CURRENT AFFAIRS SET – 2 ( 3. पुरस्कार एवं सम्मान ) – Awards and Honors 2022 PDF Download in Hindi

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3. पुरस्कार एवं सम्मान

राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार, 2022

⇒ 27 जून, 2022 को बिहार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र के विकास और प्रोत्साहन में उत्कृष्ट योगदान के लिये ‘राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार, 2022 में दूसरा पुरस्कार प्राप्त किया है।
⇒ यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जून को दिल्ली में सूक्ष्म, और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में लघु प्रदान किया।

‘नारी शक्ति पुरस्कार’ 2022

⇒ 8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपती रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में असाधार कार्य करने वाली बिहार की अनिता गुप्ता को ‘नारी शक्ति पुरस्कार
से सम्मानित किया।
⇒ भोजपुर, बिहार की सामाजिक उद्यमी अनीता गुप्ता को वर्ष 2020के लिये नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
⇒ उन्होंने 50 हजार से अधिक वंचित ग्रामीण महिलाओं को विभिन कौशलों में प्रशिक्षित किया है।

बिहार विभूति सम्मान 2022

⇒ मीडिया ट्रेंड्ज के संस्थापक रोहित कुमार को बिहार उधमि सम्मेलन 2022 में ‘बिहार विभूति सम्मान’ से सम्मानित किया गया है।
⇒ यह कार्यक्रम ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ द्वारा NDMC कन्वेंशन सेंट नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
⇒ इस कार्यक्रम का उद्देश्य, ऐसे प्रतिबद्ध व्यक्तियों को जोड़ना जिन्होंने स्वैच्छिक आधार पर किसी भी मुख्य विषय पर भविष्य निर्माण में योगदान करने का विकल्प चुना है।

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरस पुरस्कार 2022

⇒ वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेल दावोस एजेंडा 2022 में 18 जनवरी, 2022 को पटना के संज प्रधान को दुनिया भर के अन्य 14 लोगों के साथ वार्षिक पुरस्क से सम्मानित किया गया।
⇒ संजय प्रधान को यह पुरस्कार दुनिया के 78 देशों में गुड गवर्नेस भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके किये बेहतरीन कार्यों के लिए दिया गया।

पल साक्षी व धीरज को बाल शक्ति पुरस्कार

⇒ गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के दो वीर बालकों को जनवरी, 2022 को राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
⇒ छपरा के आठ वर्षीय पल साक्षी और पश्चिम चंपारण के धी कुमार को यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
⇒ पल साक्षी ने कोरोना काल में ऑनलाइन चौरिटी से दास हज रूपए पीएम केयर फंड में भेजे थे। वहीं कक्षा आठ का छात्र धीर कुमार ने एक अक्टूबर, 2020 को छोटे भाई नीरज को मगरमच के हमले से बचाया था।

2022 में पद्म पुरस्कार पाने वाले बिहार की हस्तियां

राधेश्याम खेमका (पद्म विभूषण): साहित्य एवं शिक्षा के क्षे में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित स्व. राधेश्याम खेमका का जन (1935) मूलतः बिहार के मुंगेर जिले में एक सम्भ्रान्त मारवाड़ी परिव में हुआ था। राधेश्याम खेमका के पिता स्व. सीताराम खेमका मुंगेर गोरक्षा आंदोलन के प्रधान रहे थे। राधेश्याम खेमका की आरंभिक शिक्ष मुंगेर के मॉडल हाई स्कूल में हुई थी। इसके बाद उनकी उच्च शिक्षा उन ननिहाल सीतामढ़ी में हुई। इसके बाद उनकी शिक्षा बनारस हिंदू विश्वविद्याल से हुई। वहां से उन्होंने लॉ, एमए, और संस्कृत में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उनकी शादी गीता प्रेस के मालिक बाबू हनुमान प्रसाद पोद्दार की बेटी से हुई थी। शादी के बाद वे बनारस में ही रहने लगे। लगभग 40 वर्ष तक गीताप्रेस (गोरखपुर) के वे संचालक रहे। वे ‘काशी गोशाला ट्रस्ट’ से जुड़े थे और सनातन धर्म की प्रसिद्ध पत्रिका ‘कल्याण’ के संपादक भी थे। 87वें वर्ष में उनका 3 अप्रैल, 2021 को केदारघाट (बनारस) में देहांत हुआ था।
उन्हें यह अवार्ड उत्तर प्रदेश कोटे से दिया गया है।

आचार्य चंदनाजी (पद्मश्री ): आचार्य चंदनाजी 1972 में बिहार आई और राजगीर में ‘विरायतन’ (भगवान महावीर का पवित्र स्थल) की स्थपना की, जहां करीब 50 सालों से मानव सेवा में जुटी हैं। मूल रूप से वे महाराष्ट्र की रहने वाली हैं। आचार्य श्री चंदनाजी का जन्म 26 जनवरी, 1937 को महाराष्ट्र के अहमदनगर में स्थित कटारिया जैन परिवार में हुआ था। आचार्य चंदनाजी ने बिहार को ही अपनी कर्मभूमि बनाया है।
 • 1974 में राजगीर में जैन धर्म के सिद्धांतों पर आधारित एक धार्मिक संगठन वीरायतन की स्थापना की थीं। उनके पूज्य गुरुदेव अमर मुनि जी महाराज रहे हैं।
• 1987 में आचार्य की उपाधि प्राप्त करने वाली चंदनाजी / ताई महाराज पहली जैन महिला हैं।

शैवाल गुप्ता ( पद्मश्री ): प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस के पूर्व निदेशक और आद्री ‘एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट’ (ADRI) के पूर्व सदस्य सचिव शैवाल गुप्ता (मरणोपरांत) को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया । शैवाल गुप्ता का जन्म पटना में हुआ था। 28 जनवरी, 2021 को पटना में उनका देहान्त हो गया था।

प्रमोद भगत (पद्मश्री ): वैशाली जिले के मूल निवासी और वर्तमान में ओडिशा में रहने वाले पैरालंपिक पदक विजेता प्रमोद भगत को पद्म श्री से नवाजा गया। उन्हें यह अवार्ड ओडिशा कोटे से दिया गया है। उल्लेखनीय है। कि भगत को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

स्कॉच गवर्नेस गोल्ड अवॉर्ड 2021

⇒ 13 नवम्बर, 2021 को वर्चुअल रूप से आयोजित 75वें स्कॉच समिट में बिहार को गवर्नेस गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया और इस परियोजना के कार्यान्वयन के लिए बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन को यह पुरस्कार दिया गया। वहीं ग्रामीण कार्य विभाग के अधीन चल रही मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना को स्कॉच संस्थान द्वारा रजत पुरस्कार प्रदान किया गया।
⇒ स्कॉच अवार्ड गुड गवर्नेस और सार्वजनिक सेवा प्रदायगी के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।
⇒ लोक सेवाओं की ऑनलाइन प्रदायगी और ई-गवर्नेस को बढ़ावा देने के लिए बिहार को स्कॉच गवर्नेस गोल्ड अवार्ड मिला है।
⇒ राज्य सरकार द्वारा नागरिकों को नियत समय-सीमा में लोक सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 2011 से सम्पूर्ण राज्य में बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम लागू किया गया।

मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार – 2021

⇒ 11 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘शिक्षा दिवस’ के अवसर पर अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में महादलित बच्चों के लिए काम करने वाले डॉ. शंकर नाथ झा को शिक्षा का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार ‘मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार – 2021’ से सम्मानित किया।
⇒ डॉ. शंकर नाथ झा जमुई में 56 केंद्र चला रहे हैं, जिनमें 5500 महादलित बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
2020 एवं 2021 के पद्म पुरस्कार पाने वाली बिहार की हस्तियां
⇒ 9 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बिहार के 5 हस्तियों को वर्ष 2021 का पद्म पुरस्कार प्रदान किया ।
वर्ष 2021 के लिए रामविलास पासवान को मरणोपरांत सार्वजनिक मामलों में उनके कार्यों के लिए वर्ष 2021 का पद्म भूषण प्रदान किया गया।

पद्म श्री सम्मान पाने वाली बिहार की अन्य 4 हस्तियां हैं-

1. श्रीमती दुलारी देवी ( कला के क्षेत्र में)
2. श्री रामचंद्र मांझी ( कला के क्षेत्र में )
3. डॉ. दिलीप कुमार सिंह (चिकित्सा के क्षेत्र में )
4. श्रीमती मृदुला सिन्हा (मरणोपरांत) – साहित्य एवं शिक्षा में।
⇒ 8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा बिहार की 8 हस्तियों को वर्ष 2020 का पद्म सम्मान दिया गया।
⇒ वर्ष 2020 के लिए बिहार की एक शख्सियत पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण एवं 7 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए गए।

पद्म श्री सम्मान पाने वाले अन्य सात व्यक्ति हैं-

1. श्री सुजॉय कुमार गुहा (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में )
2. श्री बिमल कुमार जैन ( सामाजिक कार्य के क्षेत्र में )
3. श्रीमती शांति जैन ( कला के क्षेत्र में )
4. डॉ. शांति रॉय (चिकित्सा के क्षेत्र में )
5. श्री श्यामसुंदर शर्मा ( कला के क्षेत्र में )
6. श्री रामजी सिंह ( सामाजिक कार्य के क्षेत्र में )
7. श्री वशिष्ट नारायण सिंह – मरणोपरांत ( विज्ञान और इंजीनियरिंग)
⇒ स्मरणीय है कि इन पुरस्कारों की घोषणा 25 जनवरी, 2020 एवं 2021 को ही की गई थी, किंतु कोविड संक्रमण के कारण इसे अब तक प्रदान नहीं किया जा सका था।

राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार के लिये बिहार के दो कैडेट चयनित

⇒ वर्ष 2019-20 के राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार के लिये पूरे देश से चयनित 30 एनएसएस स्वयंसेवकों में दो बिहार के कैडेट भी शामिल हैं।
⇒ राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार के लिये चयनित इन दो कैडेटों में जयप्रकाश विश्वविद्यालय के जेपीएम कॉलेज की छात्रा ममता कुमारी तथा मगध विश्वविद्यालय के गया कॉलेज के छात्र विशाल राज शामिल हैं।
⇒ उल्लेखनीय है कि युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा प्रत्येक वर्ष एनएसएस के अति सक्रिय स्वयंसेवक / स्वयंसेविका, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक को राष्ट्रीय एनएसएस अवॉर्ड से पुरस्कृत किया जाता है।

बिहार के 40 कलाकारों को सरकार ने दिया सम्मान

⇒ 16 सितंबर, 2021 को बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में बिहार संग्रहालय में आयोजित राज्य पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान राज्यभर के 40 शिल्पियों और कलाकारों को वर्ष 2017-18 के लिये पुरस्कार प्रदान किया।
⇒ राज्य पुरस्कार की राशि 22 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी गई है। साथ ही राज्य मेधा पुरस्कार की राशि अब 11 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए की गई है। शिल्पकारों की मदद के लिये सरकार ने एक करोड़ 31 लाख रुपए का रिवाल्विंग फंड तैयार किया है।

बिहार की रूक्मिनी बनर्जी को यिदान (Yidan) पुरस्कार

⇒ गैर सरकारी संगठन ‘प्रथम’ की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.) डॉ. रूक्मिनी बनर्जी को शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा यिदान पुरस्कार दिया जाएगा। इसकी राशि करीब 28 करोड़ रूपये है। जिसमें से आधी राशि परियोजना कोष के रूप में होती है।
⇒ मूल रूप से बिहार की रहने वाली डॉ बनर्जी को यह पुरस्कार शिक्षा विकास के क्षेत्र में दिया गया है। वे लंबे समय से ग्रामीण बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति को सुधारने के प्रयासों में जुटी हैं। मूलतः यह पुरस्कार ‘ शिक्षा विकास और शिक्षा पर अनुसंधान के क्षेत्रों’ में दिया जाता है।
⇒ इस पुरस्कार की स्थापना 2016 में चार्ल्स चेन यिदान ने की थी।

मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार, 2021

⇒ काव्य संग्रह’ अप डाउन में फंसी जिंदगी’ के लिए बिहार के दिलीप कुमार को मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार 2021 प्रदान किया गया । ⇒ रेलकर्मियों द्वारा रचित काव्य कृति के लिए अखिल भारतीय स्तर पर रेलवे बोर्ड द्वारा हर वर्ष मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

साराभाई मानद पुरस्कार, 2021

⇒ शिक्षक दिवस के अवसर पर सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार को गणित सिखाना आसान बनाने एवं गरीब बच्चों को आईआईटी की प्रवेश परीक्षाओं में सफल बनाने के लिये राष्ट्रीय अध्यापक वैज्ञानिक परिषद ने ‘साराभाई अध्यापक वैज्ञानिक राष्ट्रीय मानद पुरस्कार, 2021’ प्रदान किया है।
⇒ उल्लेखनीय है कि गुजरात के रमन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फाउंडेशन ने अध्यापकों के बीच वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिये एनसीटीएस की स्थापना की थी, जिसका मुख्यालय दिल्ली में है ।

प. घनारंग संगीत शिरोमणि सम्मान 2021

⇒ ख्याल गायिकी में देश-विदेश तक जिले की पहचान बनाने वाले गायक पंडित सत्यनारायण पाठक को प. घनारंग संगीत शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया है। डुमराँव घराना ध्रुपद की ओर से पूरे देश से नौ गायक-संगीतकार को चयनित किया गया है।
⇒ भीमसेन जोशी, पंडित जसराज, रामचतुर मल्लिक, पद्श्री शियाराम तिवारी समेत बड़े दिग्गज कलाकारों के साथ मंच साझा करने वाले 81 वर्षीय ख्याल गायिकी के गायक प. पाठक इससे पहले भी कई सम्मान से नवाजे जा चुके हैं।

टाइगर गार्ड अवॉर्ड 2021

⇒ अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर वाल्मीकि प्रोजेक्ट प्रशासन द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले वन कर्मियों को किया गया। 2020-21 के दौरान बेहतर काम करने वाले फ्रंटलाइन स्टाफ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
⇒ इस बार बाघ रक्षक अवार्ड से सम्मानित होने वालों में वीटीआर मांगराहा रेंज में काम करने वाले मोहम्मद आरिफ समेत 5 लोग
का नाम शामिल किया गया ।

फादर कामिल बुल्के पुरस्कार

⇒ बिहार के राजभाषा विभाग द्वारा अनंत विजय को फादर कामिल बुल्के पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है।
⇒ बिहार के भागलपुर में जन्मे अनंत विजय की अब तक 12 पुस्तव प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें मार्क्सवाद और अमेठी संग्राम आधा सच सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।

मैथिली सावी पुरस्कार

⇒ मैथिली भाषा के साहित्यकार और पेशे से इंजीनियर और शिक्षा मुख्तार आलम को यह पुरस्कार दिया गया ।
⇒ मुख्तार आलम साहित्यिक, सामाजिक संगठन मैथिलीलोक संस्थापक और निदेशक हैं।
⇒ इससे पहले मुख्तार आलम को अखिल भारतीय मिथिला स दिल्ली, युवा विचारमंच जैसी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया चुका है।

सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय व्यंग्यकार सम्मान

⇒ जयपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यंग्य सम्मेलन में वीरेंद्र नारायण को सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय व्यंग्यकार सम्मान से सम्मानित किया गया। ⇒ बिहार के मधुबनी जिले से संबंधित वीरेंद्र नारायण झा को उन व्यंग्य संग्रह (अंत भला तो सब भला’ के लिये यह सम्मान दिया गर

IMA लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार

⇒ बिहार के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एस. सी. मिश्रा को इंडियन मेडिक एसोसिएशन (IMA) द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड सम्मानित किया गया।
⇒ डॉ. एस.सी. मिश्रा राज्य स्वास्थ्य सेवा से भारतीय प्रशासनिक से में प्रोन्नति पाने वाले देश के पहले व एकमात्र चिकित्सक हैं। डॉक्टर से आईएएस बनने के बाद औरंगाबाद, मुंगेर व वैशाली के डीएम रह चुके हैं।

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