Current Affairs 2023 for All Competitive Exams

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1. करेंट अफेयर्स

मिथिला के मखाना को मिला GI टैग

⇒ 20 अगस्त, 2022 को बिहार के मिथिला के मखाना को चेन्नई में GI टैग दिया गया । मिथिला का मखाना अपने स्वाद, पोषक तत्व और प्राकृतिक रूप से उगाए जाने के लिए मशहूर है। मिथिला में एक कहावत मशहूर है – ” पग-पग पोखरि, माछ – मखान। “
⇒ भारत के 90% मखानों का उत्पादन बिहार से ही होता है। यह ऐसी फसल है, जिसे पानी में उगाया जाता है।
⇒ मखाने में करीब 9.7 ग्राम प्रोटीन और 14.5 ग्राम फाइबर होता है । यह कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत है।
⇒ इससे पहले बिहार के मधुबनी पेंटिंग, कतरनी चावल, मगही पान, सिलाव का खाजा, मुजफ्फरपुर की शाही लीची और भागलपुर के जरदालू आम को जीआई टैग मिल चुका है।

बिहार मंत्रिमंडल लिस्ट 2022

⇒ 16 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंत्रीमण्डल का विस्तार किया।
⇒ इस नए मंत्रीमंडल के अंतर्गत 31 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल के 17 और जनता दल यूनाइटेड के 12 तथा 4 मंत्री अन्य विभिन्न दलों से सम्मिलित है।

बिहार मंत्रिमंडल लिस्ट 2022

क्र. नेता का नाम – संबंधित विभाग

1. नीतीश कुमार – मुख्यमंत्री
2. तेजस्वी यादव – उपमुख्यमंत्री
3. तेज प्रताप यादव – वन-पर्यावरण
4. आलोक मेहता – राजस्व एवं भूमि सुधार
5. अनिता देवी -पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग कल्याण
6. सुरेंद्र यादव – सहकारिता
7. चंद्रशेखर – शिक्षा
8. ललित यादव – लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
9. जीतेंद्र राय – कला-संस्कृति व युवा
10. रामानंद यादव – खान एवं भूतत्व
11. सुधाकर सिंह – कृषि
12. सर्वजीत कुमार – पर्यटन
13. सुरेंद्र राम – श्रम संसाधन
14. शमीम अहमद – गन्ना उद्योग
15. शहनवाज – आपदा प्रबंधन
16. इसरायल मंसूरी – सूचना-प्रौद्योगिकी
17. कार्तिक सिंह – विधि एवं न्याय
18. समीर महासेठ – उद्योग
19. विजय चौधरी – वित्त, वाणिज्य एवं संसदीय कार्य
20. बिजेंद्र यादव – ऊर्जा, योजना
21. अशोक चौधरी – भवन निर्माण
22. श्रवण कुमार – ग्रामीण विकास
23. संजय झा – जल संसाधन, सूचना व जनसंपर्क
24. मदन सहनी – समाज कल्याण
25. शीला कुमारी – परिवहन
26. लेशी सिंह – खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण
27. जमा खान – अल्पसंख्यक कल्याण
28. जयंत राज – लघु जल संसाधन
29. सुनील कुमार – निबंधन, उत्पाद व मद्य निषेध
30. मुरारी प्रसाद गौतम ( कांग्रेस ) – पंचायती राज
31. अफाक आलम ( कांग्रेस )- पशु एवं मत्स्य संसाधन
32. संतोष कुमार सुमन ( हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ) – अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण
33. सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय) – विज्ञान एवं प्रावैधिकी

नीतीश कुमार ने 8वीं बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

• जनता दल यूनाईटेड के नेता नीतीश कुमार को राज्यपाल फागू चौहान ने 10 अगस्त को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
⇒ राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी दूसरी बार उपमुख्यमंत्री के पद की शपथ ली।
⇒ नीतीश कुमार ने 9 अगस्त को इस्तीफा देने से पहले एनडीए से अलग होने की घोषणा करते हुए 164 विधायकों के समर्थन के साथ नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
⇒ उन्होंने पहली बार वर्ष 2000 में राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और सात दिनों तक मुख्यमंत्री बने रहे थें ।

बिहार की 106 साल पुरानी खगोलीय वेधशाला यूनेस्को की धरोहर सूची में शामिल

⇒ बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के लंगट सिंह कॉलेज में स्थापित 106 साल पुरानी खगोलीय वेधशाला को यूनेस्को की लुप्तप्राय धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
⇒ यह वेधशाला पूर्वी भारत में अपनी तरह की पहली वेधशाला है। इसकी स्थापना 1916 में उक्त कॉलेज परिसर में छात्रों को खगोलीय ज्ञान प्रदान करने के लिये की गई थी ।

बिहार के टूरिस्ट प्लेस और तीर्थ स्थल बनेंगे नगर निकाय

⇒ 5 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बिहार के पर्यटन स्थलों, तीर्थ स्थलों, पहाड़ी क्षेत्रों और मंडी शहरों को नगर निकाय के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
⇒ बिहार में स्थित तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थलों, पहाड़ी क्षेत्रों और मंडी शहरों को नगर निकाय ( नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत) के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा लाया गया था।
⇒ कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब नगर एवं आवासन विभाग पहाड़ी क्षेत्र, तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल या मंडी शहर को नगर पालिका के रूप में अधिसूचित कर सकेगा।
⇒ इस प्रस्ताव के तहत 1.5 लाख से ज्यादा की आबादी वाले तीर्थ स्थल और टूरिस्ट प्लेस को नगर निगम बनाया जाएगा। वहीं, 30 हजार से डेढ़ लाख तक की आबादी वाले इन स्थलों को नगर परिषद और 9000 से 30 हजार तक की जनसंख्या वाले स्थलों को नगर पंचायत बनाया जाएगा।

इंडिया इनोवेशन इंडेक्स: बिहार को 15वाँ स्थान

⇒ 21 जुलाई, 2022 को नीति आयोग द्वारा जारी इंडिया इनोवेशन इंडेक्स-2021 में 17 बड़े राज्यों में बिहार को 15वाँ स्थान मिला है। ⇒ नीति आयोग के तीसरे इंडिया इनोवेशन इंडेक्स में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को उनके प्रदर्शन की प्रभावी तुलना करने के लिये 17 प्रमुख राज्यों, 10 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों तथा 9 केंद्रशासित प्रदेशों व शहर – राज्यों की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया था।
⇒ 17 प्रमुख राज्यों में कर्नाटक 18.01 अंक के साथ शीर्ष स्थान पर है, जबकि तेलंगाना (17.66 अंक) दूसरे और हरियाणा ( 16.35 अंक) तीसरे स्थान पर हैं। प्रमुख राज्यों में बिहार 58 अंक के साथ 15वें स्थान पर है।
⇒ पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में मणिपुर 37 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर है। इस श्रेणी में उत्तराखंड (17.67 अंक) दूसरे स्थान पर, जबकि नगालैंड (11.00 अंक) सबसे नीचले पायदान पर है।
⇒ केंद्रशासित प्रदेशों व शहर – राज्यों की श्रेणी में चंडीगढ़ (27.88 अंक) को शीर्ष स्थान मिला है।

क्लाइमेंट चेंज लर्निंग लैब

⇒ 17 जुलाई, 2022 को बिहार पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने बिहार में होने वाले जलवायु परिवर्तन के बारे में अध्ययन के लिये पटना जू में क्लाइमेंट चेंज लर्निंग लैब का उद्घाटन किया।
⇒ बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद् की ओर से यूरोपियन यूनियन एवं जर्मनी की एक संस्था जीआईजेड द्वारा यह लैब स्थापित की गई है। ऐसी लैब बिहार में पहली बार स्थापित की गई है।
⇒ यह लैब जलवायु परिवर्तन के विभिन्न पहलुओं पर आम जनता को, विशेषकर स्कूली बच्चों को जागरूक करेगी।
⇒ प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2040 तक राज्य में शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाए।

बिहार की सबसे बड़ी एलिवेटेड कॉरिडोर सड़क

⇒ 15 जुलाई, 2022 को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने दानापुर रेलवे स्टेशन से बिहटा के ईएसआई मेडिकल कॉलेज तक एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के लिये निविदा कर दी। इस प्रोजेक्ट के तहत 21 किमी. लंबे एलिवेटेड कारिडोर का निर्माण किया जाना है।

आरा – बलिया रेलवे लाइन

⇒ पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा 61 किमी. मीटर लम्बे आरा – बलिया रेल लाइन का सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है।
⇒ वर्तमान में बक्सर-पटना लाइन पर स्थित ‘जगजीवन हाल्ट को भोजपुर जक्शन’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
⇒ यह रेलवे लाइन आरा के नैनीजोर से गंगा नदी पूल पार कर छपरा के हल्दी होती हुए छपरा- वाराणसी रेल लाइन से मिल जाएगी ।

बिहार विधानसभा शताब्दी समापन समारोह 2022

⇒ 12 जुलाई, 2022 को बिहार विधानमंडल शताब्दी समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के गौरवशाली अतीत का प्रतीक ‘शताब्दी स्मृति स्तंभ’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने परिसर में एक ‘कल्पतरु’ का पौधारोपण भी किया। कल्पतरु को कल्पवृक्ष, कल्पद्रुम, सुरतरु, देवतरु तथा कल्पलता जैसे नामों से भी जाना जाता है। पुराणों के अनुसार समुद्रमंथन से प्राप्त 44 रत्नों में कल्पतरु भी एक था ।
⇒ बिहार विधानसभा के मुख्य गेट के सामने करीब 3 करोड़ की लागत से निर्मित 40 फीट ऊंचा ‘ शताब्दी स्मृति स्तंभ’ लगा है। इसमें पीपल का पेड़ 15 फीट का है जो बिहार का ‘लोगो’ (प्रतीक – महाबोधिवृक्ष) से लिया गया है। इसकी चौड़ाई 25 फीट का ‘अष्टकोणीय स्तम्भ’ है। इसके लिए आधार 35 फीट का बनाया गया है। कुल मिलाकर यह स्तंभ इस पीपल के पेड़ में 243 पत्ते हैं, जो बिहार विधानसभा के कुल 243 सदस्यों के प्रतीक हैं। इस पेड़ में 9 शाखाएं और 38 डालियां हैं जो क्रमशः बिहार के 9 प्रमंडलों और 38 जिलों के प्रतीक हैं।
⇒ स्मृति स्तंभ का आधार ‘पिंक – स्टोन’ का बना है। पूरा शताब्दी पेड़ कांस्य (bronze) का तैयार किया गया है। इसके चारों ओर कांस्य के चार ‘स्वास्तिक चिह्न’ बने हैं। इसे बिहार के मूर्तिकार अमृत प्रकाश साह और जीतू ने तैयार किया है।
⇒ आजादी के बाद बिहार विधानसभा परिसर में पहुंचने वाले पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इसके पहले 3 राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल और रामनाथ कोविंद यहां आ चुके हैं।
⇒ स्मरणीय है कि ‘गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ऐक्ट 1919 के तहत 1920 में बिहार एवं उड़ीसा को ‘पूर्ण राज्य’ का दर्जा मिला। इसके बाद लॉर्ड सत्येन्द्र प्रसन्न सिंहा को बिहार का पहला गवर्नर (राज्यपाल ) बनाया गया। 7 फरवरी, 1921 का इसी भवन में ‘ बिहार – उड़ीसा विधान परिषद् भवन’ में पहली बैठक हुई थी।

बिहार में 18 साल बाद सबसे बड़ा राजकोषीय घाटा

⇒ 30 जून, 2022 को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सदन में प्रस्तुत CAG की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में वित्त वर्ष 2020-21 में 29 हजार 827 करोड़ रुपए का राजकोषीय घाटा दर्ज किया गया।
⇒ रिपोर्ट के अनुसार बिहार का राजकोषीय घाटा पिछले साल की तुलना में 15,103 करोड़ रुपए बढ़कर 29 हजार 827 करोड़ रुपए हो गया है। राज्य को 2004-05 के बाद पहली बार 11,325 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व घाटा हुआ है।

राज्य के 12 रेलवे स्टेशन बनेंगे विश्वस्तरीय

⇒ बिहार राज्य में स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिये पूर्व मध्य रेलवे के 12 स्टेशनों को चिह्नित किया है।
⇒ इन 12 स्टेशनों में सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं बरौनी, समस्तीपुर मंडल के दरभंगा, सीतामढ़ी, बापूधाम मोतिहारी, दानापुर मंडल के राजेंद्रनगर एवं बक्सर, एवं बक्सर, पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गया व पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तथा धनबाद मंडल के धनबाद एवं सिंगरौली का चयन किया गया है।
⇒ इसे वर्ष 2024 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्राप्त होंगी।

पटना के जेपी गंगा पथ का उद्घाटन

⇒ 24 जून, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंबई के मरीन ड्राइव के तर्ज पर पटना में बने जेपी गंगा पथ के प्रथम फेज का उद्घाटन किया।
⇒ यह रोड दीघा घाट से दीदारगंज घाट तक 20.5 किमी. लंबा है और इसकी लागत 3831 करोड़ रुपए है।
⇒ इस सड़क को चार फेज में तैयार किया जा रहा है। पहले फेज में पटना के दीघा से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) तक लगभग साढ़े सात किमी. लंबे पथ का काम पूरा हो गया है, जिसका मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया है।
⇒ संपूर्ण परियोजना को फरवरी 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

प्लग एंड प्ले

⇒ बिहार सरकार ने राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये ‘प्लग एंड प्ले’ की पहल की है, जिसके तहत पाँच जिलों में ‘प्लग एंड प्ले’ प्री-फेब्रीकेटेड शेड का निर्माण किया जाएगा, जहाँ उद्यमी सिर्फ उपकरण लगाकर फैक्ट्री शुरू कर सकेंगे ।
⇒ 15 करोड़ रुपए की लागत से एक शेड का निर्माण किया जाएगा। जमीन से लेकर बिजली-पानी तक की व्यवस्था सरकार करेगी। इससे राज्य में औद्योगिक विकास की रफ्तार को बढ़ाया जा सकेगा।
⇒ इस योजना के तहत को-ऑपरेटिव स्पीनिंग मिल कैंपस (भागलपुर), बेला इंडस्ट्रियल एरिया (मुजफ्फरपुर), हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया (हाजीपुर), कुमारबाग इंडस्ट्रियल एरिया ( पश्चिमी चंपारण) और सिकंदरपुर इंडस्ट्रियल एरिया (बिहटा, पटना) में शेड का निर्माण किया जाएगा।
⇒ ‘प्लग एंड शेड’ निर्माण का उद्देश्य वैसे उद्यमियों की मदद करना है, जो जमीन के अभाव में फैक्ट्री नहीं लगा पा रहे हैं ।

थारू और सुरजापुरी भाषा

⇒ 12 जून, 2022 को बिहार हैरिटेज डेवलपमेंट सोसाइटी (बीएचडीएस) के अनुसार बिहार में बोली जाने वाली दो बोलियाँ- थारू और सुरजापुरी विलुप्त होने के गंभीर संकट का सामना कर रही हैं।
⇒ थारू भाषा भोजपुरी और मैथिली के मेल से बनी है और यह थारू समुदाय द्वारा मुख्य रूप से पश्चिमी और पूर्वी चंपारण जिलों में बोली जाती है।
⇒ सुरजापुरी भाषा बांग्ला, मैथिली और हिन्दी के मेल से बनी है और
इसको बोलने वाले मुख्य रूप से राज्य के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जिलों में रहते हैं । इस भाषा को ‘किशनगंजिया’ नाम से भी जाना जाता है।

देश का सबसे बड़ा स्टील ब्रिजः गांधी सेतु

⇒ 7 जून, 2022 को पटना में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी छोर का लोकार्पण किया ।
⇒ इसे सीमेंटे की जगह स्टील से बनाया गया है। यह सेतु देश का सबसे बड़ा स्टील ब्रिज है। यह 5.6 किमी. लंबा है।
⇒ उल्लेखनीय है कि इस पुल पर पश्चिमी छोर का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेसी के माध्यम से 30 जुलाई, 2020 को किया गया था।

बिहार के दो जिलों में पेट्रोलियम भंडार

⇒ 6 जून, 2022 को बिहार सरकार ने राज्य के समस्तीपुर और बक्सर जिलों में तेल रिजर्व की मौजूदगी का आकलन करने के लिये ओएनजीसी को पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन लाइसेंस (पीईएल) की मंजूरी दे दी।
⇒ समस्तीपुर में 308.32 वर्ग किमी. क्षेत्र में तेल की खोज अत्याधुनिक तकनीक से की जानी है। वहीं बक्सर के 52.13 वर्ग किमी. क्षेत्र में पेट्रोलियम पदार्थ की खोज की जाएगी।

गिद्धेश्वर पर्वत पर मिले पुरातात्त्विक अवशेष

⇒ बिहार के जमुई जिलों में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण के अन्वेषण में लछुआर के पास गिद्धेश्वर पर्वत की चट्टानों में प्राचीन काल के मानव के सांस्कृतिक क्रियाकलापों के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
⇒ जमुई जिले में अवस्थित गिद्धेश्वर पर्वत के घने जंगलों में पुरातात्त्विक अन्वेषण का कार्य पटना स्थित बिहार संग्रहालय के विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।
⇒ गिद्धेश्वर से अन्वेषण में प्राप्त पुरातात्त्विक अवशेष प्रागैतिहासिक काल के बताए जा रहे हैं।

बिहार के दो स्थानों पर बनेगा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट

⇒ बिहार में दो स्थानों फुलवरिया व दुर्गावती पर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाए जाने की योजना बनाई गई है।
फुलवरिया में 20 मेगावाट व दुर्गावती में 30 मेगावाट क्षमता का प्रस्तावित प्लांट नवादा के फुलवरिया डैम के समीप है।
⇒ कैमूर जिले में स्थित दुर्गावती डैम में 30 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। इस डैम की ऊँचाई 46. 3 मीटर और लंबाई लगभग 1615.4 मीटर है।
⇒ दरभंगा में बिहार के पहले फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन हुआ था। इसकी क्षमता दो मेगावाट है।

बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति ( वस्त्र व चर्म ), 2022

⇒ 26 मई, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (वस्त्र व चर्म), 2022 को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
⇒ बैठक में बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति सहित कुल 18 प्रस्ताव स्वीकृत किये गए ।

गया का नाम ‘गयाजी’ रखने का प्रस्ताव

⇒ 13 मई, 2022 को गया नगर निगम के गया का नाम ‘गयाजी’ रखने को लेकर प्रस्ताव को पास कर दिया गया, तथा इसे बिहार सरकार के पास भेज दिया गया है।
⇒ गौरतलब है कि 11 मई, 2022 को गया नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में गया का नाम बदलकर ‘गयाजी’ करने का प्रस्ताव पारित किया गया था।
⇒ गया शहर के नामकरण के पीछे यह मान्यता है कि यहाँ भगवान विष्णु ने एक द्वंद्व युद्ध में गयासुर का वध किया था।
⇒ प्राचीन ग्रंथों में वर्णित है कि यहाँ स्वयं भगवान राम ने अपने पितरों का पिंडदान किया था ।

बिहार इन्वेस्टर समिट, 2022

⇒ 12 मई, 2022 को बिहार में निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से देश की राजधानी दिल्ली में बिहार इन्वेस्टर समिट, 2022 का आयोजन किया गया।
⇒ नई दिल्ली में आयोजित इस समिट का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद तथा उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने दीप प्रज्वलित कर किया।
⇒ इस समिट में देश की नामी-गिरामी 110 कंपनियों ने भाग लिया और राज्य में निवेश की इच्छा जताई।

मशरूम उत्पादन में देश में नंबर 1 राज्य बना बिहार

⇒ राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार बिहार वर्ष 2021-22 में 28,000 टन से ज्यादा मशरूम उत्पादन कर देश में सबसे बड़ा मशरूम उत्पादक राज्य बन गया है।
⇒ बिहार ने यह उपलब्धि ओडिशा को पीछे छोड़ते हुए हासिल की है। इससे पहले ओडिशा मशरूम उत्पादन में पहले स्थान पर था।
⇒ राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2021-22 में बिहार में 28,000 टन से ज्यादा मशरूम उत्पादन हुआ, जो देश में उत्पादित कुल मशरूम का 10.82 प्रतिशत है।
⇒ पिछले वर्ष बिहार में 23,000 टन मशरूम का उत्पादन हुआ था, 3 वर्ष पहले राज्य मशरूम उत्पादन के मामले में 13वें पायदान पर था ।
⇒ मशरूम उत्पादन में बिहार के बाद दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र है, जिसका कुल उत्पादन में 9.89 फीसदी हिस्सेदारी है। 9.66 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ओडिशा तीसरे स्थान पर है।

महिलाओं के घरेलू हिंसा के मामलें

⇒ राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -5 से संबंधित जारी की गई एक रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों में बिहार, कर्नाटक (48%) के बाद दूसरे स्थान पर है, जबकि लक्षद्वीप में घरेलू हिंसा सबसे कम (2.1%) है।
⇒ महिलाओं के बीच शारीरिक हिंसा का अनुभव ग्रामीण क्षेत्रों (32%) में शहरी क्षेत्रों ( 24% ) की तुलना में अधिक है।
⇒ सर्वेक्षण में यह भी पाया गया है कि 32% विवाहित महिलाओं (18-49 वर्ष) ने शारीरिक, यौन या भावनात्मक वैवाहिक हिंसा का
अनुभव किया है।

देश का पहला पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का शिलान्यास

⇒ 6 मई, 2022 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में देश के पहले पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के भवन परिसर की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि देश में कहीं भी पशुओं का कोई विश्वविद्यालय नहीं था। पशुओं के नाम पर बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना में बनाया जाएगा।

बिहार में पक्षी गणना के आँकड़े

⇒ इस गणना के अनुसार राज्य के कुल 68 जलाशयों में पक्षियों की 202 प्रजातियाँ पाई गई हैं। इन पक्षियों की कुल संख्या 45,173 है। ⇒ इनमें से 80 प्रजातियाँ जलीय पक्षियों की है, जिनमें लैसर विस्लिंग डक, एशियन ओपेन बिल्ड स्ट्रोक, लिटिल कोर्मोरेंट तथा कॉमन कूट गढ़वाल आदि शामिल हैं।
⇒ गणना के अनुसार जलीय पक्षियों का वितरण निम्न प्रकार है- गोगाबील झील (4973), इंद्रपुरी बैराज (2641), नागी – नकटी डैम ( 2430)
⇒ फरवरी 2022 में शुरू की गई यह गणना बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वेटलैंड इंटरनेशनल संस्था के सहयोग से करवाई गई है।

धान की नई किस्म ‘हीरा’ का राष्ट्रीय स्तर पर चयन

⇒ 27 अप्रैल, 2022 को हैदराबाद में आयोजित समन्वित चावल सुधार परियोजना की 57वीं वार्षिक बैठक में धान की नई किस्म ‘हीरा’ का चयन राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन के लिये किया गया।
⇒ इस नई किस्म का विकास भागलपुर स्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्राधीन वीर कुँवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डुमराँव के वैज्ञानिक डॉ. प्रकाश सिंह और उनकी टीम द्वारा किया गया है।
⇒ धान की यह किस्म बाढ़ के पानी में 15 दिनों तक डूबी रहने के बाद भी खराब नहीं होगी।
⇒ इसकी उत्पादन क्षमता भी सामान्य धान से डेढ़ गुना अर्थात् 70 से 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।

बाबू वीर कुँवर सिंह विजयोत्सव

⇒ 23 अप्रैल, 2022 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार के जगदीशपुर में बाबू वीर कुँवर सिंह के 164वें विजय उत्सव को संबोधित किया।
⇒ इस विजयोत्सव में एक साथ 77 हजार 993 झंडे फहराकर सर्वाधिक झंडे फहराने का रिकॉर्ड बनाया गया।
⇒ उल्लेखनीय है कि वीर कुँवर सिंह ने 1857 के विद्रोह में जगदीशपुर क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान किया था।

लोहार जाति से छिना अनुसूचित जनजाति का दर्जा

⇒ 21 अप्रैल, 2022 को बिहार सरकार ने आदेश जारी कर लोहार जाति से अनुसूचित जनजाति का दर्जा वापस ले लिया है। प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लिया गया है।
⇒ गौरतलब है कि बिहार में लोहार जाति को वर्ष 2016 में अत्यंत पिछड़ा वर्ग की श्रेणी से हटाकर अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया
गया था।

बजट खर्च करने के मामले में बिहार 6 अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल

⇒ 12 अप्रैल, 2022 को बिहार राज्य योजना बोर्ड के अनुसार सालाना बजट खर्च के मामले में बिहार नया कीर्तिमान बनाते हुए एक वर्ष में 2 लाख करोड़ रुपए खर्च कर 6 अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल हो गया है।
⇒ सालाना बजट खर्च के मामले में बिहार से 5 राज्य आगे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात शामिल हैं। ⇒ साल 2005 से पहले राज्य सरकार 25 हजार करोड़ रुपए भी खर्च नहीं कर पाती थी। आमदनी भी 4 अंकों में ही सीमित थी, जो वर्तमान में 56 हजार करोड़ रुपए तक पहुँच गई है।
⇒ राज्य के जीएसटी कलेक्शन में पिछले साल की तुलना में 17% की बढ़ोतरी हुई है।

बाबा केवल धाम राजकीय मेला

⇒ समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड अंतर्गत इंद्रवारा गाँव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीन दिवसीय बाबा केवल धाम राजकीय मेले का उद्घाटन किया।
⇒ बाबा केवल धाम राजकीय मेला निषाद समाज का राष्ट्रीय स्तर पर लगने वाला सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। –
⇒ यह मेला चैत्र मास के नवरात्र में सप्तमी तिथि से शुरू होकर दसवीं तक आयोजित किया जाता है।
⇒ 2010 में मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने इस मेले को राजकीय मेला का दर्जा दिया था।

निपुण बिहार योजना

⇒ बिहार सरकार द्वारा जून 2022 में निपुण बिहार योजना लागू की गई। योजना के तहत बच्चों को पढ़ने-लिखने, अक्षर पहचानने, उसका अर्थ बताने, जोड़-घटाव और आयु- सापेक्ष अन्य संख्यात्मक कार्यकलापों को हल करने में दक्ष बनाया जाएगा।
⇒ इसके क्रियान्वयवन के लिये राज्य के प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
⇒ केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक कक्षा (मुख्य रूप से पहली से तीसरी कक्षा) के विद्यार्थियों के मध्य आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में सुधार हेतु निपुण भारत योजना प्रारंभ की गई है। इसे ही राज्य में ‘निपुण बिहार’ नाम से शुरू करने किया गया है।

राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक राउंड-1 में बिहार

⇒ नीति आयोग द्वारा जारी राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक राउंड-1 से संबंधित रिपोर्ट में बिहार को अचीवर्स की श्रेणी में शामिल किया गया है।
⇒ राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक में बिहार की रैंक 15वीं, जबकि स्कोर 38.3 है।
⇒ यह सूचकांक 2019-20 के आँकड़ों के आधार पर नीति आयोग द्वारा तैयार किया गया है।

सूचना आयुक्तों की नियुक्ति

⇒ 4 अप्रैल, 2022 को बिहार के राज्यपाल फग्गू चौहान ने फूल चंद्र चौधरी और त्रिपुरारी शरण को राज्य के सूचना आयुक्त के रूप में शपथ दिलवाई।
⇒ बिहार राज्य सूचना आयोग में वर्तमान में मुख्य सूचना आयुक्त अतिरिक्त सूचना आयुक्त के तीन पद हैं। राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सिन्हा हैं ।
⇒ बिहार राज्य सूचना आयोग एक वैधानिक निकाय है, जिसकी स्थापना जून 2006 में सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 15 के तहत की गई थी।

बिहार शहरी आयोजना तथा विकास (संशोधन) विधेयक, 2022

⇒ 28 मार्च, 2022 को विधानसभा में बिहार शहरी आयोजना तथा विकास (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया गया ।
⇒ विधेयक के तहत मास्टर प्लान की जरूरतों के मुताबिक सरकारी भू- स्वामियों प्राधिकार की ओर से होने वाले जमीन अधिग्रहण में की सहमति की बाध्यता समाप्त कर दी गई है।
⇒ इससे पहले शहरी विकास के लिये अधिग्रहण के समय 80 प्रतिशत जमीन मालिकों की सहमति या कुल भू-भाग के 80 प्रतिशत हिस्से के जमीन के मालिकों की सहमति की बाध्यता थी ।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक, 2022

⇒ बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक, 2022 के तहत आयोग के अध्यक्ष के लिये अधिकतम उम्रसीमा 75 वर्ष और सदस्यों के लिये 70 वर्ष तय की गई है।
⇒ पहले अध्यक्ष के लिये 72 वर्ष और सदस्य के लिये 65 वर्ष उम्रसीमा तय थी।
⇒ कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति में अब राज्य सरकार की सहमति अनिवार्य होगी।
⇒ सर्च पैनल तीन सबसे उपयुक्त लोगों के नामों का सुझाव राज्य सरकार को देगा। इसके बाद राज्यपाल की सहमति लेकर कुलपति का चयन किया जाएगा।

अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे चैंपियन 2022

⇒ 14 से 17 मार्च, 2022 तक हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे चैंपियनशिप में बिहार के जाबिर अंसारी ने तीसरा स्थान प्राप्त करते हुए कांस्य पदक जीता।
⇒ पटना विश्वविद्यालय के जाबिर अंसारी ने इस प्रतियोगिता के 75 किलोग्राम भार वर्ग में वेंकटेश्वर ओपन यूनिवर्सिटी के राजेश के साथ संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया।
⇒ जाबिर अंसारी जमुई जिले के नक्सल इलाके के झाझा प्रखंड के तुम्बा पहाड़ गाँव के रहने वाले हैं।

बिहार: 2020 की तुलना में 2021 में बढ़े अपराध

बिहार में पुलिस मुख्यालय स्तर पर अपराध को लेकर 15 मार्च, 2022 को जारी की गई तुलनात्मक रिपोर्ट में डकैती-लूट, हत्या, बलात्कार और गृहभेदन की घटनाओं में कई जिलों में वृद्धि हुई है। राज्य के सभी जिलों में अपराध के मुख्य हेड में वर्ष 2020 और 2021 की तुलनात्मक रिपोर्ट तैयार की गई है। लगभग सभी हेड में 2020 की तुलना में 2021 में अपराध में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रतिशत वृद्धि की बात की जाए तो हत्या में 2020 की तुलना में 2021 में सर्वाधिक वृद्धि अररिया में हुई। डकैती व लूट में सहरसा, गृहभेदन ( सेंधमारी) में शिवहर और बलात्कार में अरवल जिले में सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि हुई है।

हत्या में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले

जिले का नाम –

1. अररिया
2. सहरसा
3. पूर्णिया
4. लखीसराय
5. समस्तीपुर

वर्ष 2020 –

53
32
74
28
85

वर्ष 2021 –

76
45
102
35
99

वृद्धि (% में ) –

43.40
40.60
37.80
25.00
16.50

डकैती और लूट में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले

जिले का नाम –

1. सहरसा
2. भागलपुर
3. नवगछिया
4. सारण
5. दरभंगा

वर्ष 2020 –

20
48
27
92
22

वर्ष 2021 –

60
100
54
183
39

वृद्धि (% में) –

200.00
108.00
100.00
98.09
77.03

( डकैती और लूट में संख्या के आधार पर पटना 2020 में 159 और 2021 में 190 के साथ टॉप पर रहा)

गृहभेदन में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले

जिले का नाम –

1. शिवहर
2. शेखपुरा
3. नवगछिया
4. खगड़िया
5. वैशाली

वर्ष 2020 –

04
12
18
39
146

वर्ष 2021 –

24
27
35
80
223

वृद्धि (% में) –

500.00
125.00
94.04
53.80
52.07

(गृहभेदन में संख्या के आधार पर मुजफ्फरपुर 2020 में 204 और 2021 में 258 के साथ टॉप पर रहा)

बलात्कार मामले में प्रतिशत वृद्धि वाले टॉप पांच जिले

जिले का नाम –

1. अरवल
2. गोपालगंज
3. खगड़िया
4. शिवहर
5. औरंगाबाद

वर्ष 2020 –

04
12
08
06
21

वर्ष 2021-

10
24
15
11
36

वृद्धि (% में) –

150.00
100.00
87.50
83.03
71.40

(संख्या की बात करें तो पूर्णिया में 2020 में 88 जबकि 2021 में बलात्कार की सर्वाधिक 93 घटनाएं हुई)

गुल्लक बच्चा बैंकः बच्चों की भविष्य संवारने की मुहिम

⇒ किलकारी परिसर, पटना में चल रहे ‘गुल्लक बच्चा बॅक’ में 15 मार्च, 2022 तक 3950 खाताधारी हो चुके थे। वर्तमान में बच्चे इस बैंक से लेनदेन करते हैं। 796
⇒ स्मरणीय है कि गुल्लक बच्चा बैंक ‘बच्चों के लिए बच्चों द्वारा खोला गया बैंक है। इसमें बैंक मैनेजर से लेकर खाताधारी तक सारा काम बच्चों द्वारा ही किया जाता है। किलकारी परिसर में यह 12 दिसंबर, 2009 में पांच बच्चों ने मिलकर खोला था।
⇒ किलकारी के गुल्लक बच्चा बैंक का नाम ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में 2017 में दर्ज हुआ था। गुल्लक बच्चा बैंक में 16 साल तक के ही बच्चे खाताधारी होते हैं।

डिजिटल भूमि अभिलेखों की होम डिलीवरी

⇒ 11 मार्च, 2022 को बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री रामसूरत कुमार ने विधानसभा में बताया कि बिहार सरकार जल्द ही राज्य में खतियान और मानचित्र सहित भूमि के डिजिटल दस्तावेजों को घर – घर पहुंचाएगी।
⇒ बिहार देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जहाँ लोगों को डिजिटल भूमि दस्तावेजों की डोरस्टेप डिलीवरी की सुविधा मिलेगी।

बिहार का पहला एक्सप्रेसवे : आमस-दरभंगा

⇒ 11 मार्च, 2022 बिहार का पहला एक्सप्रेसवे ‘ आमस – दरभंगा ‘ का निर्माण 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
⇒ भारतमाला परियोजना के तहत आमस – दरभंगा एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो गया है। इस एक्सप्रेसवे के चार में से दो पैकेज की मंजूरी ‘केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय’ ने दे दी है।
⇒ औरंगाबाद से जयनगर तक बन रहे फोरलेन की 271 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेसवे की शुरुआत औरंगाबाद के मदनपुर से हो रही है। यह सड़क पटना सहित बिहार के 6 जिलों से होकर गुजरेगी।
⇒ गया एयरपोर्ट के बगल से होते हुए यह जहानाबाद और नालंदा के बॉर्डर से गुजरते हुए पटना में कच्ची दरगाह में मिलेगी। यहां से बिदुपुर के बीच बन रहे छह लेन पुल से चकसिकंदर, महुआ के पूरब होते हुए ताजपुर जाएगी। वहां से दरभंगा एयरपोर्ट के समीप से गुजरते हुए जयनगर में समाप्त होगी ।

नवीनगर की तीसरी यूनिट से 559 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू

⇒ 7 मार्च, 2022 को औरंगाबाद में नवीनगर बिजली घर की तीसरी यूनिट का ट्रायल उत्पादन सफल होने के बाद इसका व्यवसायिक उत्पादन करने की मंजूरी मिल मिल गई। 660 मेगावाट की इस तीसरी यूनिट से बिहार को 559 मेगावाट बिजली मिलेगी।
⇒ अब नवीनगर की तीनों यूनिट चालू हो गई हैं, इस कारण बिहार को 1122 मेगावाट के बदले 1680 मेगावाट बिजली यहां से मिलेगी । ⇒ केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) के मानदंडों का पालन करते हुए नवीनगर यूनिट को सफलतापूर्वक कमीशन कर लिया गया । 19,412 करोड़ रुपए की लागत से सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावाट की तीन इकाइयों के साथ कुल 1980 मेगावाट की यह कोयला आधारित परियोजना बिहार के औरंगाबाद जिले के बारून प्रखंड में स्थित है।
⇒ विद्युत मंत्रालय ने इस परियोजना की 84.8 प्रतिशत बिजली बिहार को आवंटित की है। बाकी बिजली उत्तरप्रदेश, झारखंड और सिक्किम को आवंटित की गई है। नवीनगर की पहली यूनिट का वाणिज्यिक प्रचालन 6 सितम्बर, 2019 तो दूसरी का 23 जुलाई, 2021 को हुआ था।

बिहार डिजिपेक्स, 2022

⇒ 24 फरवरी, 2022 को बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने पहली राज्यस्तरीय वर्चुअल डाक टिकट प्रदर्शनी ‘बिहार डिजिपेक्स’ का उद्घाटन किया।
⇒ इस प्रदर्शनी का आयोजन 24 से 27 फरवरी तक बिहार डाक परिमंडल द्वारा किया जा रहा है जिसका विषय ‘ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत’ है।

तारापुर शहीद स्मारक

⇒ 15 फरवरी, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शहीद स्मारक तारापुर, मुंगेर में शहीदों की मूर्ति का अनावरण किया तथा शहीद पार्क एवं पुराना थाना परिसर में पार्क विकास कार्य का भी लोकार्पण किया।
⇒ उल्लेखनीय है कि मदन गोपाल सिंह के नेतृत्व में 15 फरवरी 1932 को सभी सरकारी भवनों पर झंडा फहराने ने क्रम में पुलिस कि फायरिंग में 34 लोग शहीद हो गए।

माता सीता की सबसे ऊँची प्रतिमा

⇒ 13 फरवरी, 2022 को रामायण रिसर्च काउंसिल के नेशनल को-ऑर्डिनेटर व जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी विरेंद्रानंद जी महाराज ने माता सीता की विश्व की सबसे ऊँची (251 मीटर) प्रतिमा सीतामढ़ी में स्थापित करने की घोषणा की।
⇒ इसके कार्यान्वयन के लिये श्री भगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति का गठन किया है जिसका अध्यक्ष स्थानीय सुनील सांसद सुनील कुमार पिंटू को बनाया गया है।
⇒ माता सीता की 251 मीटर ऊँची प्रतिमा के चारों ओर वृत्ताकार रूप में भगवती सीता की 108 प्रतिमाएँ भी स्थापित की जाएंगी जो उनके जीवन-दर्शन को अभिव्यक्त करेंगी।
⇒ यहां पर भगवती सीता के जीवन दर्शन पर आधारित एक डिजिटल म्यूजियम, शोध संस्थान और अध्ययन केंद्र का भी निर्माण किया जाएगा।
⇒ यहां पर तुलसीदास, वाल्मिकी, केवट समेत रामायण के प्रमुख पात्रों की प्रतिमाएं भी स्थापित होंगी।

‘दीवार’ अखबार

⇒ बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से जारी निर्देश के तहत राज्य भर के सभी सरकारी हाई स्कूलों की 9वीं एवं 10वीं की छात्राएं ‘दीवार नामक’ अखबार का प्रकाशन करेंगी।
⇒ इसके लिए हर स्कूल में एक नोडल शिक्षक होंगे। महीने में एक या दो बार प्रकाशित इस अखबार में स्कूल व आसपास की घटनाएं व छात्राओं द्वारा लिखीं कहानी कविताएं होंगी।

ई- नारी शक्ति ऋण योजना

⇒ दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक (DBGB) ने अपने चौथे स्थापना दिवस के अवसर पर ‘ई- नारी शक्ति ऋण योजना’ की शुरूआत की।
⇒ इस योजना के तहत बैंक महिलाओं को इलेक्ट्रिक दो पहिया गाड़ियों की खरीद के लिए एक लाख रूपये तक का सस्ता कर्ज देगी। इसके लिए डॉक्यूमेंटेशन फीस नहीं ली जाएगी।

‘पीकू अस्पताल’

⇒ बच्चों के इलाज के लिए राज्य छह जिलों के सदर अस्पतालों में पीकू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) फील्ड अस्पताल बनाया जा रहा है।
⇒ इनका निर्माण इमरजेंसी रिस्पांड एंड हेल्थ सिस्टम प्रिपेयर्डनेस पैकेज फेज-2 के तहत किया जा रहा है। ये छह जिले हैं- पटना, बेतिया, खगड़िया, सहरसा, पूर्णिया और नालंदा।
⇒ एक पीकू अस्पताल में 32-42 तक बेड स्थापित किये जाएंगे। अस्पताल के निर्माण के लिए तीन महीने की समय सीमा निर्धारित की गई है।

स्वच्छता सर्वे 2022 के ब्रांड एम्बेसडर

⇒ स्वच्छता सर्वे-2022 के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पटना की छह हस्तियों को ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है।
⇒ इसमें सुपर 30 के आनंद कुमार, पूर्व क्रिकेटर अमीकर दयाल, सामाजिक कार्यकर्ता ट्रांसजेंडर रेशमा प्रसाद, साहित्यकार पद्मश्री उषा किरण खान, सीनियर डॉक्टर अजय कुमार और कार्टूनिस्ट पवन शामिल हैं।

बिहार में पहला ट्रांसजेंडर स्टार्टअप

⇒ पटना की रेशमा प्रसाद का स्टार्टअप ‘नाच बाजा डॉट कॉम’ को स्टार्टअप बिहार प्रोग्राम के तहत शामिल किया गया है।
⇒ किसी भी राज्य में पहली बार ट्रांसजेंडर का चयन स्टार्टअप के रूप में किया गया है।
⇒ ‘नाच बाजा डाट काम’ की संस्थापक रेशमा प्रसाद के अनुसार इस स्टार्टअप से अब तक देश भर के 1500 से अधिक ट्रांसजेंडर जुड़ चुके हैं। इनमें अच्छे शास्त्रीय गायक, नृत्यांगना से लेकर वाद्य यंत्र बजाने वाले कुशल ट्रांसजेंडर हैं।

बिहार संग्रहालय के अध्यक्ष अब मुख्यमंत्री

⇒ 28 जनवरी, 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडलीय बैठक में बिहार संग्रह के निदेशक का पद नाम बदलने और शासी निकाय के अध्यक्ष के पद में बदलाव को मंजूरी दी गई।
⇒ बिहार संग्रहालय शासी निकाय के अध्यक्ष पद का जिम्मा अब मुख्यमंत्री के पास होगा, पूर्व में यह पद विकास आयुक्त के पास था। ⇒ बिहार संग्रहालय पटना में निर्मित एक आधुनिक कला संग्रहालय हैं यह अगस्त 2015 में आंशिक रूप से तथा 2017 से पूर्ण रूप से खोला गया। यहां पटना संग्रहालय से 100 से अधिक कलाकृतियों को स्थानांतरित किया गया है।
⇒ प्राचीन भारत युग से 1764 तक की कलाकृतियों को बिहार संग्रहालय में रखा गया है और 1764 के बाद के अवयव पटना संग्रहालय में रखे गए हैं।

राम जानकी मार्ग अब 4 लेन का होगा

⇒ 22 जनवरी, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राम जानकी मार्ग को ‘फोर लेन’ बनाने की घोषणा की। बिहार में यह सीवान के मेहरौना घाट से शुरू होकर सीवान, चकिया- सीतामढ़ी के भीठामोड़ होते हुए नेपाल में समाप्त होगा। बिहार में इस सड़क की कुल लंबाई 243 किमी है।
⇒ वैसे राम-जानकी मार्ग की शुरुआत यूपी में आयोध्या से हो रही है। बिहार में यह सड़क सीवान के मेहरौना सीमा में प्रवेश करेगी। उसके बाद सारण जिले के मशरक से गंडक नदी पर सत्तर घाट पुल हुए मोतिहारी जिले के मेहसी में पहुंचेगी।
⇒ मेहसी से यह सड़क शिवहर होते हुए सीतामढ़ी में प्रवेश करेगी और जनकपुर में समाप्त हो जाएगी। चूंकि नेपाल की सीमा से अंतरराष्ट्रीय सीमा शुरू हो जाती है, इसलिए नेपाल में पड़ने वाली सड़क का निर्माण नेपाल सरकार कराएगी। इस महत्वपूर्ण मांग के बन जाने से उत्तर बिहार के साथ ही श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा होगी।
⇒ प्रस्तावित राम-जानकी मार्ग का निर्माण ‘भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण’ (एनएचएआई) द्वारा किया जाएगा।

अमीनों की जगह ईटीएस मशीन से होगी जमीन की मापी

⇒ 23 दिसम्बर, 2021 को बिहार में अब जमीन की मापी इलेक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन (ईटीएस) के माध्यम से होगी। इसके लिए राजस्व व भूमि सुधार विभाग द्वारा 711 ईटीएस मशीनें खरीदी जाएंगी। खरीद के बाद अब हर जमीन की मापी इसी मशीन के माध्यम से होगी। इससे किसी भी जमीन की मापी में त्रुटि नहीं रहेगी। साथ ही मनमानी से गलत मापी कर झगड़ा लगाने के अमीनों की प्रवृत्ति पर भी रोक लगेगी।
⇒ फिलहाल भूमि सर्वेक्षण के काम में ग्राम सीमा सत्यापन, त्रिसीमाना का निर्धारण समेत किस्तवार का काम इन मशीनों की मदद से किया जा रहा है। यह मशीन एरियल एजेंसी द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है।
⇒ यहां उल्लेखनीय है कि इस माध्यम से एक साथ 50 प्लॉटों की मापी की जा सकेगी।
⇒ अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे जमीन मापी के तरीके अब बदल जाएंगे। अब जरीब चेन की जगह इलेक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन यानी ईटीएस से जमीन मापी की प्रक्रिया की जाएगी।

नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021

⇒ 27 दिसंबर, 2021 को नीति आयोग ने 2019-20 के लिए अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई।
⇒ रिपोर्ट में 19 बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में बिहार 31.00 स्कोर के साथ 18वें स्थान पर है।
⇒ केरल 82.20 स्कोर के साथ देश में पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दूसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।

सुशासन सूचकांक, 2021 में बिहार

⇒ 25 दिसंबर, 2021 को सुशासन दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रालय के द्वारा सुशासन सूचकांक जारी किया गया। ⇒ बिहार ने सुशासन सूचकांक की समग्र रैंकिंग में 4.624 स्कोर के साथ ग्रुप ‘बी’ में 6वीं रैंक प्राप्त किया है, वहीं मध्य प्रदेश ने इस में प्रथम रैंक प्राप्त किया है जबकि गुजरात न ग्रुप ‘ए’ में प्रथम रैंक प्राप्त किया है।
ग्रुप
⇒ बिहार ने पिछले सूचकांक (2019) की तुलना में अपने स्कोर में 5 प्रतिशत की वृद्धि की है। पिछली बार इसका स्कोर 4.40 था, जो अब बढ़कर 4.624 हो गया है।

40वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार पवेलियन ने जीता स्वर्ण पदक

⇒ 27 नवंबर, 2021 को भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बेहतर प्रदर्शन कर लोगों को आकर्षित करने वाले पैवेलियन व कलाकारों को छह श्रेणियों में सम्मानित किया । 24 राज्यों की प्रदर्शनी के बीच बिहार राज्य के पवेलियन ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
⇒ इसके साथ ही पार्टनर स्टेट के तौर पर भी बिहार को स्वर्ण पदक मिला है। फोकस राज्य के तौर पर उत्तर प्रदेश व झारखंड को स्वर्ण मिला है। राज्यों के पवेलियन में असम के पवेलियन को रजत और केरल को कांस्य पदक मिला।

बहुआयामी गरीबी सूचकांक, 2021

⇒ रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की 51.91 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है। वहीं केरल देश का न्यूनतम गरीब राज्य है, यहाँ की केवल 0.71 प्रतिशत जनसंख्या ही गरीब है।
⇒ बिहार की 51.88 प्रतिशत जनसंख्या ( देश में सर्वाधिक) कुपोषण की शिकार है, वहीं सिक्किम देश का सबसे कम कुपोषित राज्य है । ⇒ इस बहुआयामी सूचकांक में बिहार को 0.265 स्कोर प्राप्त हुआ है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों का एमपीआई स्कोर 0.286 एवं शहरी क्षेत्रों का एमपीआई स्कोर 0.117 है, जो बताता है कि बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक गरीबी है।
⇒ किशनगंज बिहार का सबसे गरीब जिला है, जहाँ की 64.75 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है। वहीं अररिया (64.65 प्रतिशत), मधेपुरा (64. 35 प्रतिशत), पूर्वी चंपारण ( 64.13 प्रतिशत ) एवं सुपौल (64.10 प्रतिशत) सर्वाधिक गरीब जिले हैं।
⇒ पटना बिहार का सबसे कम गरीब जिला है जहाँ की सिर्फ 29.20 प्रतिशत जनसंख्या ही गरीब है। वहीं भोजपुर (40.50 प्रतिशत), सिवान (40.55 प्रतिशत), रोहतास ( 40.74 प्रतिशत ) एवं मुंगेर (40.99 प्रतिशत) के साथ बिहार के सबसे कम गरीब जिले हैं।

नीति आयोग: शहरी सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक, 2021

⇒ ‘नीति आयोग’ के द्वारा सतत् विकास लक्ष्य (SDG ) शहरी सूचकांक जारी किया गया, जिसमें बिहार की राजधानी पटना का प्रदर्शन निराशाजनक है।
⇒ पटना को 56 शहरों में 52वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें पटना को परफॉर्मर श्रेणी (50-64) में रखा गया है। इस सूचकांक में पटना को कुल 57.29 स्कोर प्राप्त हुआ है।
⇒ उल्लेखनीय है कि नीति आयोग द्वारा प्रथम बार इस प्रकार के सतत् विकास लक्ष्य के अंतर्गत शहरी इंडेक्स जारी किया गया है।
⇒ इंडेक्स में देश के 56 नगरीय क्षेत्रों को 77 सूचकांकों में प्राप्त की प्रगति के आधार पर रैंकिंग दी गई है, जिसमें सर्वाधिक 75.5 अंक प्राप्त कर शिमला प्रथम रैंक पर है।
⇒ इस सूचकांक में शहरों को कुल 4 श्रेणियों में बाँटा गया है- (I) अचीवर ( 100 अंक), (II) फ्रंट रनर (65-99 अंक), (III) परफॉर्मर (50-64 अंक) तथा (IV) एसपीरेंट (0-49 अंक ) ।

राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण – 5

⇒ 24 नवंबर, 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा जारी राष्ट्रीय पारिवारिक सर्वेक्षण -5 के अनुसार बिहार के लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
⇒ बिहार में लिंगानुपात बढ़कर 1090 हो गया है, जो पिछले सर्वेक्षण (NFHS-4 2016-16) में 1062 था।
⇒ बिहार के शहरी क्षेत्रों का लिंगानुपात जहाँ 982 है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों का 1111 है।
⇒ सर्वेक्षण में बिहार के 15-49 आयु वर्ग की महिलाओं में साक्षरता दर केवल 55 प्रतिशत है।
⇒ बिहार में शिशु मृत्यु दर पिछले सर्वेक्षण के 48.1 से घटकर 46.8 (प्रति हजार ) हो गया है।
⇒ NFHS-4 के अनुसार बिहार के 15-49 वर्ष आयु श्रेणी की महिलाओं में केवल 24.1 प्रतिशत महिलाओं ने परिवार नियोजन किया था, जो NFHS – 5 में बढ़कर 55.8 प्रतिशत हो गया है।
⇒ 15-49 वर्ष की 63.5% महिलाएं एनिमिया की शिकार हैं, जो पिछले सर्वेक्षण में 60.3 प्रतिशत थी ।
⇒ बिहार में कुल प्रजनन दर भी पिछले सर्वेक्षण के 3.4 से घटकर 3.0 ( बच्चे / स्त्री) हो गई है।

बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र के तीन प्रोजेक्ट लांच

⇒ प्रधानमंत्री ने बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र के तीन प्रमुख प्रोजेक्ट को लांच किया।
⇒ इस प्रोजेक्ट में पारादीप – हल्दिया – दुर्गापुर पाइपलाइन का बांका तक विस्तार, बांका एवं पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) में दो एलपीजी बॉटलिंग प्लांट शामिल हैं।
⇒ एलपीजी बॉटलिंग प्लांट बांका जिले में बाराहाट प्रखंड के मधुसूदनपुर एवं पूर्वी चंपारण के हरिसिद्धी प्रखंड के कोबेया में है।

फल्गू नदी पर रबर डैम का निर्माण

⇒ गया के विष्णुपद मंदिर के पास साल भर पानी की व्यवस्था के लिए रबर डैम का निर्माण किया जाएगा।
⇒ फल्गू नदी के सतही जल को रोककर पानी जमा करने के लिए कंक्रीट की जगह रबर डैम बनाने की नई तकनीकी का प्रयोग बिहार में पहली बार हो रहा है।
⇒ इस योजना का प्रारूप आईआईटी रूड़की ने तैयार किया है।

भाकपा-माले को मिला राज्य पार्टी का दर्जा

⇒ बिहार विधानसभा चुनाव में 12 सीटों पर जीत और तकरीबन 4 प्रतिशत वोट हासिल करने के बाद चुनाव आयोग ने भाकपा-माले को बिहार में राज्य पार्टी का दर्जा दिया है।
⇒ चुनाव आयोग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि विगत बिहार विधानसभा चुनाव में कम्युनस्टि पार्टी ऑफ इंडिया (मासिस्ट – लेनिनिस्ट) लिबरेशन ने पारा 6A की अर्हताओं को पूरा कर लिया है।

राजगीर में बना देश का दूसरा ग्लास स्काई वाक ब्रिज

⇒ 25 मार्च, 2021 को राजगीर में नेचर सफारी का उद्घाटन, इसी नेचर सफारी में बिहार का पहला ग्लास स्काईवॉक ब्रिज का निर्माण किया गया।
⇒ यह देश का दूसरा और बिहार का पहला ब्रिज है। पहला स्काई ब्रिज सिक्किम में है।

उत्तर भारत का पहला बायो डीजल रिफायनरी

⇒ उत्तर भारत का पहला बायो डीजल रिफायनरी की स्थापना – पटना में।
⇒ भारत के पहले बायोडीजल संयंत्र की स्थापना- काकीनाडा सेज (आंध्र प्रदेश)

पूर्णिया और गया में खादी मॉल

⇒ बिहार में दो खादी मॉल खोलने को मिली मंजूरी पूर्णिया और गया ।
⇒ गया में खादी मॉल भवन का थीम बुद्धिज्म होगा, जबकि पूर्णिया का थीम गांधीज्म पर फोकस होगा।

पूर्व मध्य रेल के अधिक राजस्व देने वाले स्टेशन

⇒ पूर्व मध्य रेल के अधिक राजस्व देने वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची जारी की गई-

शीर्ष स्थान – पटना
दूसरा स्थान – दानापुर
तीसरा स्थान – मुजफ्फरपुर
चौथा स्थान – पंडित दीनदयाल उपाध्याय
30वां स्थान – बेगूसराय

⇒ पटना का 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक साल भर में प्राप्त राजस्व – 250 करोड़ 76 लाख 67 हजार 565 रुपया था ।

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना

⇒ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आरंभ की गई।
⇒ आरंभ तिथि – 18 जून, 2021
⇒ योजना का उद्देश्य बिहार में बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप के लिए बढ़ावा देना ।
⇒ योजना के तहत नया उद्यम लगाने के लिए कुल 10 लाख रूपये तक की मदद का प्रावधान।
⇒ 10 लाख में से नए उद्यम के लिए 5 लाख अनुदान और शेष बिना
ब्याज का कर्ज होगा।
⇒ 1 प्रतिशत ब्याज के साथ 84 किस्तों में ऋण अदायगी।

टॉप 20 आकांक्षी जिला रैंकिंग में बिहार

⇒ टॉप 20 आकांक्षी जिला रैंकिंग जारी करने वाल संस्थान – नीति आयोग और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)
⇒ टॉप 20 रैंकिंग में बिहार – तीन जिले शामिल मुजफ्फरपुर (13वां स्थान), अररिया ( 15वां स्थान) और औरंगाबाद (16वां स्थान )
⇒ शीर्ष स्थान – रांची (झारखंड)
⇒ दूसरा स्थान – चंदौली (उत्तर प्रदेश)

बिहार के 5 रेलवे स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास

⇒ स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत आरम्भ इसे आरम्भ किया गया। पूर्व मध्य रेल के रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की गई।
⇒ पूर्व मध्य रेल के रेलवे स्टेशन – गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं सिंगरौली स्टेशन ।
⇒ पूरे देश में स्टेशन पुनर्विकास का कार्य – पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप परियोजना (पीपीपी) के तहत किया जा रहा है।
⇒ कुल स्टेशनों की संख्या 123 स्टेशन है।

टीका वाली नाव की शुरूआत

⇒ टीका वाली नाव – बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए एक पहल है।
⇒ पहल की शुरूआत – कटरा प्रखंड, मुजफ्फरपुर ( बिहार )
⇒ प्रथम चरण में दो नाव की शुरूआत, जिसमें प्रत्येक नाव पर दोएएनएम, दो बेरिफायर, गोताखोर और नाविक उपलब्ध

पावापुरी, बोधगया और जहानाबाद को रेललाइन से जोड़ने की योजना

⇒ बौद्ध एवं जैन सर्किट के तहत निर्माण |
⇒ इस्लामपुर – मानापुर ( बोधगया), बिहारशरीफ – जहानाबाद और बिहारशरीफ-नवादा रेललाइन ।
⇒ इस्लामपुर-मानपुर-लम्बाई- 41.96 किमी, लागत – 788.27 करोड़ ।

जन आशीर्वाद यात्रा

⇒ केन्द्रीय मंत्री आर के सिंह की अगुवाई में बिहार में जन आशीर्वाद यात्रा आरम्भ हुई।
⇒ इसका उद्देश्य सरकार के कार्यों व योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाना।

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद

⇒ बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की झांकी को 75वें स्वतंत्रता दिवस पर सर्वश्रेष्ठ झांकी का खिताब मिला।
⇒ दूसरी सर्वश्रेष्ठ झांकी ग्रामीण विकास विभाग की झांकी, तीसरी सर्वश्रेष्ठ झांकी उद्योग विभाग की झांकी, कुल 8 झांकियां पटना गांधी मैदान में आयोजित 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में झांकिया शामिल हुई।

कृषि कॉलेज स्थापित करने की घोषणा

⇒ इसकी घोषणा मुख्यमंत्री नीतिश कुमार द्वारा 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हुई। बिहार में स्थापित होने वाले तीन कृषि कॉलेज:-

• कृषि जैव तकनीकी कॉलेज- सबौर (भागलपुर)
• कृषि अभियंत्रण कॉलेज- आरा
• कृषि व्यवसाय प्रबंधन कॉलेज- पटना संबंधित विश्वविद्यालय – सबौर कृषि विश्वविद्यालय, भागलपुर

रोटी बैंक का शुभारम्भ

⇒ रोटी बैंक का शुभारम्भ पूर्णिया जिले में हुआ ।
⇒ इसका शुभारम्भ विश्व हिंदू रक्षा संगठन द्वारा किया गया, इसकी विशेषता यह है कि रोटी बैंक में सैकड़ों लोगों को दोपहर 1 से 3 बजे के बीच मुफ्त भोजन की सुविधा उपलब्ध है।

पहला फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे

⇒ ये उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे है। 7200 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाला बिहार का पहला फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे होगा एवं इसकी लम्बाई 205 किलोमीटर होगी।
⇒ ये औरंगाबाद से पटना होते हुए दरभंगा तक है तथा ये बिहार के किसी भी कोने से पटना चार घंटे में पहुंचाता है।

बायो डायवर्सिटी पार्क

⇒ बिहार के तीसरे बायो डायवर्सिटी पार्क की स्थापना सुपौल जिले में नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत होगी।
⇒ बिहार का पहला और दूसरा बायो डायवर्सिटी पार्क क्रमशः अररिया | और गया में है।

पटना में सुपर कंप्यूटर की स्थापना

⇒ बिहार की राजधानी पटना में सुपर कंप्यूटर की स्थापना बिस्कोमान भवन के 14वें फ्लोर पर की गई है। इसकी स्थापना सी-डैक द्वारा की गई।
⇒ इसका लाभ बिहार में साइबर सिक्योरिटी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ – साथ कृषि, स्वास्थ्य व शिक्षा को प्राथमिकता में रखक कार्य किया जाएगा।

पटना: एटीएम धोखाधड़ी के मामले में तीसरे स्थान पर

⇒ नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, पटना ATM से धोखाधड़ के मामले में पटना तीसरे स्थान पर है।
⇒ धोखाधड़ी के मामले में मुंबई पहले स्थान पर और हैदराबाद दूस स्थान पर है।

मिथिला राज्य निर्माण सेना

⇒ मिथिला राज्य निर्माण सेना द्वारा 26 सितम्बर, 2021 से उत्तर बिहा के जिलों में एक पुनर्जागरण यात्रा शुरू की गई ।
⇒ यह यात्रा पांच चरणों में मिथिला के सभी जिलों में संचालित किय जायेगा, जो लोगों को अलग राज्य की मांग के प्रति जागरूक करेगी
⇒ एक आँकड़े के अनुसार, बिहार की लगभग 60 प्रतिश आबाद मिथिला क्षेत्र में रहती है।
⇒ वर्तमान में इसमें बिहार के तिरहुत, दरभंगा, मुंगेर, कोसी, पूर्णि और भागलपुर प्रमंडल शामिल है।

कपड़ा पार्सल ट्रेन

⇒ गुजरात से बिहार कपड़ा सामग्री लाने के लिए कपड़ा पार्सल ट्रेन का परिचालन किया गया है।
⇒ यह 25 संशोधित माल डिब्बों से युक्त पहली ट्रेन है। इसका उद्देश्य यह है किफायती तेज और सुरक्षित परिवहन के जरिये सूरत के कपड़ा बाजार को बढ़ावा देना ।

साइलो तकनीक से निर्मित भंडारगृह

⇒ बिहार सरकार प्रति वर्ष हजारों टन अनाज की बर्बादी को रोकने के लिए कनाडा की साइलो तकनीक के आधार पर निर्मित स्टील के अनाज भंडारगृह स्थापित करेगी ।
⇒ स्टील से बने साइलो (गोदाम या भंडागृह) में रखा खाद्यान्न लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।
⇒ भारतीय खाद्य निगम द्वारा बक्सर और कैमूर में साइलो का निर्माण किया जाएगा।

पहला रबड़ डैम

⇒ रबड़ डैम का निर्माण गया (फाल्गु नदी पर ) जल संसाधन विभाग के तत्वावधान में चल रहा है, इसकी लागत 266 करोड़ रूपये है। ⇒ इसकी लम्बाई 411 मीटर है। इसकी विशेषता यह है कि यह बिहार का पहला इकलौता रबड़ डैम होगा।

बिहार में 20 मेट्रो सिटीज

⇒ बिहार के 20 शहरों को मेट्रो सिटी के रूप में विकसित करने की योजना लाई गई है।
⇒ 13 बड़े शहरों को विकसित करने की योजना पहले से तैयार है, इनमें शामिल हैं- पटना, गया, बोधगया, राजगीर, आरा, मुजफ्फरपुर, बिहार शरीफ, सहरसा, पूर्णिया, छपरा, दरभंगा, मुंगेर और बेगूसराय।

राज्य का दूसरा एक्सप्रेस-वे

⇒ बिहार में दूसरे एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा जो रक्सौल, बिहार से हल्दिया, पश्चिम बंगाल को जोड़ेगा।
⇒ छह से आठ लेन वाले लगभग 695 किमी लम्बे इस एक्सप्रेस वे का निर्माण 2022 से शुरू होगा।
⇒ यह राज्य के करीब 09 जिलों से होकर गुजरेगा। 2024-25 तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य है।
⇒ पहला एक्सप्रेस-वे पटना – कोलकाता एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित है।

विधानसभा उपचुनाव परिणाम

⇒ बिहार विधानसभा के दो सीटों पर उपचुनाव के परिणाम घोषित – कुशेश्वर स्थान (दरभंगा) से अमन भूषण हजारी (जदयू) तथा तारापुर से राजीव कुमार सिंह (जदयू) निर्वाचित हुए। अब विधानसभा में जदयू विधायकों की संख्या 45 हो गई ।

अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर

⇒ बिहार में बोधगया के बाद वाल्मीकि नगर में अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा।
⇒ यह कन्वेंशन सेंटर राज्य के इकलौते टाइगर रिवर्ज, वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में बनने की वजह से पर्यटन के दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है।

बिहार का पहला कचरा मुक्त शहर सुपौल

⇒ स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत सुपौल को बिहार के पहले कचरा मुक्त शहर का दर्जा मिला है।
⇒ इसके लिए केंद्रीय शहरी कार्य मंत्रालय के तरफ से प्रमाणपत्र जारी किया गया है, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के रैंकिंग में सुपौल को वन स्टार मिला है।

हाजीपुर के फार्मा संस्थान को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा

⇒ संसद ने राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2021 को मंजूरी प्रदान कर दी है, जिसमें बिहार के हाजीपुर समेत छः संस्थानों को भी राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने और फार्मा क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के प्रावधान किया गया है। ⇒ संशोधन विधेयक में हाजीपुर, अहमदाबाद, रायबरेली, गुवाहाटी हैदराबाद और कोलकाता में ऐसे संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिया गया है।

बिहार पंचायत चुनाव संपन्न

⇒ 12 दिसम्बर, 2021 को 11वें चरण के मतदान के साथ राज्य में पंचायत चुनाव सम्पन्न हो गया ।
⇒ राज्य के सभी चरणों के मतदान का औसत 61.53 प्रतिशत रहा।

2025 तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर की सुविधा

⇒ 15 दिसम्बर, 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मार्च 2025 तक राज्य के सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की सुविधा देने की घोषणा की।
⇒ देश में बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जा रहा है।

एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल उत्पादक जिला

⇒ भोजपुर जिले के गड़हनी, डेवढ़ी स्थित ‘ बिहार डिस्टलरीज एवं बाटलर्स कंपनी’ से एशिया में सबसे अधिक एथेनॉल का उत्पादन होगा। ⇒ मार्च, 2022 से यहां प्रति दिन चार लाख लीटर एथेनॉल का उत्पादन होगा।

राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में बिहार के प्रिंस को कांस्य

⇒ 16 दिसम्बर, 2021 को रांची में आयोजित अंडर – 15 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता के 75 किग्रा, फ्री-स्टाइल फाइनल में बिहार के प्रिस यादव ने कांस्य पदक जीता।

वाल्मीकिनगर में कैबिनेट बैठक

⇒ 21 दिसम्बर, 2021 को वाल्मीकिनगर में पहली बार राज्य कैबिनेट की बैठक हुई।
⇒ यह चौथी बार था जब राज्य कैबिनेट की बैठक पटना से बाहर हुई । इसके पहले राजगीर, बेगूसराय और गंगा नदी में क्रूज पर कैबिनेट की बैठक हुई थी।

बरौनी एवं भोजपुर में फैक्टरी

⇒ 21 दिसम्बर, 2021 को वाल्मीकिनगर में हुए राज्य कैबिनेट बैठक में 13 एजेंडों पर मंजूरी दी गई।
⇒ बरौनी में साफ्ट ड्रिंक और भोजपुर में इथेनॉल फैक्टरी के लिए मंजूरी दी गई।

मुख्यमंत्री समाज सुधार अभियान

⇒ 15 जनवरी, 2021 तक चलने वाले मुख्यमंत्री समाज सुधार अभियान का आगाज 22 दिसम्बर, 2021 को मोतीहारी से
हुआ ।
⇒ इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री नीतिश कुमार नशा मुक्ति, बाल विवाह उन्मूलन और दहेज प्रथा उन्मूलन के प्रति लोगों को जागरूक करेंगें। इससे पहले वे 12 यात्राएं कर चुके हैं।

ऑपरेशन प्रहार

⇒ बिहार पुलिस ने राज्य में गंभीर अपराध के अपराधियों की गिरफ्तारी और शराबबंदी की कार्रवाई को लेकर विशेष अभियान ‘ऑपरेशन प्रहार’ शुरू किया है।
⇒ इसके तहत राज्य के क्षेत्रीय मुख्यालय वाले जिलों में एक कंपनी व अन्य जिलों में एक-दो प्लाटून गठित किया गया है।

गोरखपुर – सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे

⇒ गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक एक नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है, जिसका अधिकतर हिस्सा उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरेगा। इसकी बिहार में कुल लंबाई लगभग 416 किमी. होगी ।
⇒ यह एक्सप्रेस-वे बिहार के 10 जिले, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया एवं किशनगंज जिले से गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे का संपूर्ण हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा ।
⇒ इस एक्सप्रेस-वे को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश एवं बिहार के बीच आवागमन द्रुत एवं सरल हो जाएगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021

⇒ 20 नवंबर, 2021 को आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा जारी की गई स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की राज्यों की रैंकिंग में बिहार को 17वाँ स्थान प्राप्त हुआ है।
⇒ इस रैंकिंग में बिहार को नागालैंड के साथ संयुक्त रूप से 17वाँ स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि पिछले वर्ष इसे 24वाँ स्थान प्राप्त हुआ था। ⇒ राज्यों की रैंकिंग में छत्तीसगढ़ प्रथम एवं पश्चिम बंगाल अंतिम स्थान (28वाँ) पर हैं।
⇒ वहीं 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों की सूची में कुल 48 शहरों में राज्य की राजधानी पटना को 44वीं रैंक प्राप्त हुई है, जबकि पिछली बार इसे 47वीं रैंक (अंतिम) प्राप्त हुई थी।
⇒ 50 हजार से 1 लाख की आबादी वाले शहरों की सिटीजन फीडबैक कैटेगरी में बिहार के सुपौल को देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
⇒ गंगा किनारे के 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की सूची में मुंगेर ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया है, जबकि राजधानी पटना तीसरे स्थान पर है।
⇒ गंगा किनारे एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की सूची में सोनपुर को चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।

लोगों की शिकायत सुनने में किशनगंज जिला अव्वल

⇒ बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी ने लोगों की शिकायतों पर हुई कार्रवाई के मामले को लेकर जिलों की रैंकिंग जारी की है, जिसमें किशनगंज जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
⇒ यह रैंकिंग लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत राज्य तमाम जिलों की समीक्षा करके जारी की गई है।
⇒ इस रैंकिंग में किशनगंज जिला ने 86 फीसदी अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
⇒ कुल 77 अंकों के साथ गया जिला दूसरे स्थान पर है, जबकि वैशाली जिला 75 अंकों के साथ तृतीय स्थान पर है। सुपौल का चौथा एवं लखीसराय को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ वहीं राज्य की राजधानी पटना को 10वीं रैंक प्राप्त हुई है।
⇒ पश्चिमी चंपारण जिला इस रैंकिंग में सबसे निम्नतम स्थान (38 रैंक) पर है। यहाँ प्राप्त हुई कुल शिकायतों में से 60 प्रतिशत
भी अधिक लंबित हैं।

बिहार एथलेटिक्स मीट

⇒ 15 से 17 नवंबर, 2021 को आयोजित बिहार एथलेटिक्स मीट क खिताब रोहतास की टीम ने जीता।
⇒ एल.एस. कॉलेज, मुजफ्फरपुर में आयोजित 87वीं बिहार जूनियर सीनियर एथलेटिक्स मीट का ओवरऑल खिताब रोहतास की टी ने जीता। वहीं मुजफ्फरपुर की टीम ने ओवरऑल रनरअप खिता हासिल किया।
⇒ पुरुष वर्ग में 15 अंकों के साथ मुजफ्फरपुर की टीम जहाँ विजे बनी, वहीं 10 अंकों के साथ भागलपुर की टीम उपविजेता रही।
⇒ महिला वर्ग में 13 अंकों के साथ पटना की टीम विजेता बनी तथ 6 अंकों के साथ नवादा की टीम उपविजेता रही।
⇒ बालकों के अंडर-14 समूह में रोहतास की टीम विजेता बन जबकि जमुई की टीम उपविजेता रही।

‘असर’ रिपोर्ट 2021

⇒ 17 नवम्बर, 2021 को 16वीं ऐन्यूअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिप (ग्रामीण) 2021 जारी की गई। इसके अनुसार बिहार के सरकारी विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि हुई है।
⇒ रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले 6-1 आयु समूह के बच्चों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 3.6 की वृद्धि हुई है। 2020 में बिहार के सरकारी विद्यालयों में नाग बच्चों (6-14 वर्ष) की संख्या 76.9% थी।
⇒ बिहार के सरकारी विद्यालय में 78.2% लड़के (6-14 वर्ष अ समूह) एवं 82.9% लड़कियाँ (6-14 वर्ष आयु समूह) नामांवि हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 67.9% लड़के एवं 73 प्रतिशत लड़कि ही सरकारी विद्यालयों में नामांकित हैं, शेष का निजी विद्यालयों नामांकन है। रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के 73.5 प्रतिशत नामांवि विद्यार्थी ट्यूशन लेते हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत 39.2% है।

छठा अंतर्राष्ट्रीय धर्म – धम्म सम्मेलन

⇒ 7 नवंबर, 2021 को बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में अवसि नालंदा विश्वविद्यालय में 6ठें अंतर्राष्ट्रीय धर्म – धम्म सम्मेलन उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के द्वारा किया गया।
⇒ 7 से 9 नवंबर, 2021 तक चलने वाले इस सम्मेलन का आयोजन नालंदा विश्वविद्यालय में नालंदा विश्वविद्यालय एवं इंडिया फाउंडेशन के द्वारा किया गया। इस सम्मेलन की थीम थी- ‘कोविड संक्रमण के बाद विश्वव्यवस्था के निर्माण में धर्म- धम्म परंपराएं ।
⇒ प्रथम अंतर्राष्ट्रीय धर्म – धम्म सम्मेलन का आयोजन 22-23 सितंबर, 2012 को साँची विश्वविद्यालय (मध्य प्रदेश) में किया गया था। वहीं 5वें सम्मेलन का आयोजन 27-28 जुलाई, 2019 को राजगीर स्थित नालंदा विश्वविद्यालय में किया गया था ।

‘वैक्सीन मित्र’ चैटबोट

⇒ 2 नवंबर, 2021 को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा कोविड-19 टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘वैक्सीन मित्र’ चैटबोट लॉन्च किया गया।
⇒ बिहार सरकार ने यह चैटबोट मेटा के स्वामित्व वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ह्वाट्सएप के साथ मिलकर लॉन्च किया।
⇒ इस चैटबोट का प्रयोग करने के लिये ह्वाट्सएप प्रयोगकर्त्ता को 9431025555 पर ‘हाय’ (Hi) लिखकर भेजना होता है ।

मनरेगा कार्यों में महिलाओं की 54 प्रतिशत हिस्सेदारी

⇒ नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, बिहार में मनरेगा कार्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी पुरुषों से अधिक है । आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष । 2021-22 में अभी तक राज्य में 10 करोड़ 23 लाख रोजगार दिवस
का सृजन हुआ है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी 54 प्रतिशत रही है।
⇒ वहीं असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के निबंधन से यह खुलासा हुआ है कि निबंधन कराने वाले 75 लाख कामगारों में भी आधी- से-अधिक महिलाएं हैं। निबंधन कराने वालों में पुरुषों की भागीदारी मात्र 42.83 फीसदी है, वहीं महिलाओं की भागीदारी 57.17 फीसदी है।
⇒ आँकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र से सबसे अधिक कामगारों ने निबंधन कराया है, जो कुल कामगारों का लगभग 50 फीसदी है। इसके बाद निर्माण क्षेत्र से जुड़े कामगारों का स्थान आता है, जिससे जुड़े लगभग 11 लाख कामगारों ने निबंधन कराया है।

कृषि यंत्र बैंक

⇒ 23 अक्टूबर, 2021 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा ‘रबी महाभियान’ प्रारंभ करते ही कृषि विभाग ने इसके लिये विभिन्न योजनाओं की घोषणा की । यंत्र बैंक की स्थापना किसान समूहों के माध्यम से की जाएगी तथा इन समूहों के द्वारा कृषि यंत्र आसपास के किसानों को किराए पर दिये जाएंगे।
⇒ कृषि विभाग की घोषणा के अनुसार, राज्य के 13 जिलों में सरकार द्वारा 328 कृषि यंत्र बैंकों की स्थापना की जाएगी। इन यंत्र बैंकों की स्थापना नवादा, कटिहार, बेगूसराय, शेखपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, गया, औरंगाबाद, बांका, जमुई, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी जैसे आकांक्षी जिलों में की जाएगी।
⇒ कृषि यंत्र बैंकों के लिये सरकार 80 प्रतिशत अनुदान देगी, जिसकी अधिकतम सीमा 8 लाख रुपए तय की गई है। इसके अतिरिक्त पटना एवं मगध प्रमंडल में 25 स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर भी बनाने का प्रावधान किया गया है।

विपश्यना ध्यान के लिए सरकारी छुट्टी

⇒ 21 अक्तूबर, 2021 को बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए गए शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘विपश्यना ध्यान’ के लिये 15 दिनों की सरकारी छुट्टी देने की घोषणा की।
⇒ पटना जंक्शन के पास बुद्ध स्मृति पार्क में विपश्यना केंद्र बनाया गया। इसमें शामिल होने वाले इच्छुक सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकार की तरफ से 15 दिनों की छुट्टी दी गई।
⇒ बुद्ध स्मति पार्क में करुणा स्तूप और बुद्ध स्मृति संग्रहालय का निर्माण कराया गया है। इस करुणा स्तूप में पाँच देशों – जापान, म्यांमार, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका और थाईलैंड से लाये गए भगवान बुद्ध के अवशेषों को रखा गया है।
⇒ वर्तमान में राज्य के बिहार के पाँच जगहों पर विपश्यना केंद्र चल रहे हैं। इनमें पटना के अलावा बोधगया, मुजफ्फरपुर, नालंदा और वैशाली में भी सेंटर हैं।

बिहार विधानसभा शताब्दी समारोह

⇒ 21 अक्तूबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बिहार विधानसभा भवन के सौ साल पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इसके पहले राष्ट्रपति ने विधानसभा परिसर में शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास किया।
⇒ 25 फीट ऊँचे इस स्मृति स्तंभ की स्थापना मुख्य भवन के सौ वर्ष पूरे होने की याद में की जा रही है। विधानसभा का यह भवन 1920 के मार्च महीने में बनकर तैयार हुआ था।
⇒ बिहार और उड़ीसा प्रांत को 1920 में पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद 7 फरवरी, 1921 को विधानसभा के नव-निर्मित भवन में पहली बैठक हुई थी। वर्तमान में 17वीं विधानसभा का कार्यकाल चल रहा है।
⇒ आजादी के बाद हुए पहले चुनाव के बाद 1952 में पहली बार विधानसभा की बैठक हुई, तब विधानसभा में 331 सदस्य थे। वर्तमान बिहार विधानसभा में 243 सदस्य हैं। इतालवी पुनर्जागरण शैली में बिहार विधानसभा के इस भवन का निर्माण हुआ है।
⇒ वास्तुविद् ए. एम. मिलवुड ने बिहार विधानसभा भवन की डिजाइन तैयार की थी। इसकी आंतरिक संरचना 60 फीट लंबी और 50 फीट चौड़ी है। विधानसभा भवन के अगले हिस्से की लंबाई 230 फीट है। विधान मंडल के भवन को 1935 के अधिनियम के बाद दो हिस्सों में बाँटा गया। पहले हिस्से में विधानसभा और दूसरे में विधानपरिषद बनी ।

बिहार का पहला डिटेंशन सेंटर

⇒ अवैध रूप से प्रवेश करने वाले विदेशी घुसपैठियों के लिए हाजीपुर शहर में बिहार का पहला डिटेंशन सेंटर खोला गया है।

डबल डेकर फ्लाईओवर का शिलान्यास

⇒ बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने 4 सितंबर, 2021 को पटना शहर में डबल डेकर फ्लाईओवर का शिलान्यास किया।
⇒ कारगिल चौक से एन.आई.टी. तक बनने वाले डबल डेकर फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2.20 किमी. होगी। यह मार्ग गंगा पथ में और पी. एम. सी. एच. से जुड़ेगा ।

देश का पहला राज्य, जहाँ सभी घरों में लगेंगे प्रीपेड मीटर

⇒ 11 अक्टूबर, 2021 को बिहार कैबिनेट की बैठक में राज्य के सभी घरों में प्रीपेड मीटर लगाने संबंधी ऊर्जा विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।
⇒ 1110 करोड़ रुपए की लागत की इस परियोजना को अगले 42 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के पूरा होते ही बिहार देश का पहला राज्य बन जाएगा, जहाँ सभी घरों में प्रीपेड मीटर लगे होंगे।
⇒ प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य साउथ बिहार और नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के साथ पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड, रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कॉर्पोरेशन और एनर्जी इफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा।

प्राइस मॉनिटरिंग एंड रिसोर्स यूनिट

⇒ राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण की तर्ज पर बिहार में भी प्राइस मॉनिटरिंग एंड रिसोर्स यूनिट के गठन को कैबिनेट द्वारा मंजूरी प्रदान की गई।
⇒ राज्य में दवाओं की कालाबाजारी एवं मनमानी कीमत वसूली पर नियंत्रण के लिये औषधि नियंत्रण निदेशालय के अधीन इसका गठन किया जाएगा। राज्य स्तर पर बनने वाली यह इकाई राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) की तर्ज पर स्वास्थ्य विभाग के अधीन कार्य करेगी।
⇒ कैंसर, शुगर, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और किडनी से जुड़ी बीमारियों की दवाओं का मूल्य नियंत्रण इस यूनिट की प्रमुख जिम्मेदारी होगी।
⇒ इस तरह की यूनिट निर्माण करने वाला बिहार देश का 16वाँ राज्य होगा। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश, केरल, ओडिशा, गुजरात, राजस्थान जैसे राज्यों ने भी इस तरह की यूनिट का गठन किया है।

पटना उच्च न्यायालय में दो नए जजों की नियुक्ति

⇒ 6 अक्तूबर, 2021 को केंद्रीय कानून मंत्रालय ने पटना उच्च न्यायालय के महानिबंधक नवनीत कुमार पांडेय तथा रजिस्ट्रार विजलेंस सुनील कुमार पंवार को पटना उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया ।
⇒ वर्तमान में पटना उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के लिये कुल स्वीकृत पदों की संख्या 53 है, जिनमें से मुख्य न्यायाधीश सहित केवल 19 न्यायाधीश ही पदास्थापित थे। दो नए जजों की नियुक्ति से अब यह संख्या 21 हो गई है।
⇒ दो नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के अलावा केरल हाईकोर्ट के न्यायाधीश अनंत मनोहर बदर का पटना हाईकोर्ट में स्थानांतरण किया गया है, वहीं पटना हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह का आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में स्थानांतरण कर दिया गया है।

गंगाजल उद्वह योजना

⇒ 6 अक्तूबर, 2021 को मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के द्वारा ‘ गंगा जल उद्वह योजना’ के कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में बताया कि मूल योजना का कार्य मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा और जल वितरण का कार्य जून 2022 तक आरंभ करने का लक्ष्य रखा गया है।
⇒ हथीदह – मोहनाजे – तेतर – अबगिल्ला तक कुल 150 किमी. पाइपलाइन में से लगभग 118 किमी. पाइप बिछाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
⇒ ‘गंगाजल उद्वह योजना’ बिहार सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी योजन है, जिसके द्वारा राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के लोगों को
शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।

सभी पंचायतों में पुस्तकालय वाला देश का पहला जिला

⇒ बिहार का पूर्णिया जिला देश का ऐसा प्रथम जिला बन गया है, जह की सभी ग्राम पंचायतों में शिक्षा विभाग के सहयोग से दान में प्राप किताबों से पुस्तकालय खोले गए हैं।
⇒ पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार की पहल पर जिले में 2 जनवरी से किताब दान अभियान चल रहा है, जिसकी शुरूआ केनगर प्रखंड की परोरा पंचायत से की गई थी। इस अभियान व तहत जिले की सभी पंचायतों में पुस्तकालय खोले जा चुके हैं।

बिहार में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा निदेशालय के गठन को मंजूरी

⇒ बिहार सरकार के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग सूबे में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा निदेशालय के गठन के संबंध 1 अधिसूचना जारी की है।
⇒ निदेशालय के गठन में पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के कल्या की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने में आसानी होगी तथ योजनाओं की अच्छी तरह से निगरानी भी की जा सकेगी।

नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे पिछड़ा राज

⇒ बिहार में नीति आयोग के द्वारा देशभर के जिला अस्पतालों कामकाज पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है, जिसमें बिहार व स्थिति को सबसे दयनीय बताया गया है।
⇒ रिपोर्ट में स्पष्ट है कि बिहार के जिला अस्पतालों में बेडों की संख देशभर में सबसे न्यूनतम है, जो प्रति 1 लाख आबादी पर केवल 6 बेड हैं।
⇒ ध्यातव्य है कि रिपोर्ट में प्रति लाख आबादी पर बेडों का राष्ट्री औसत 22 है तथा बेडों की उपलब्धता के मामले में शीर्ष पर दिल (59 बेड) तथा कर्नाटक (33 बेड) हैं, वहीं निम्न स्थान पर बिह (6 बेड) एवं झारखंड ( 9 बेड) हैं।
⇒ बिहार के औसतन 8 अस्पतालों में ही डायग्नोस्टिक टेस्टिंग सर्विस सुविधा उपलब्ध है। बिहार में प्रति 1 लाख की आबादी पर क्रियाशी बेडों की संख्या के मामले में सदर अस्पताल, सहरसा शीर्ष पर

नीति आयोग की तर्ज पर रैंकिंग

⇒ बिहार के योजना एवं विकास मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने नी आयोग की तर्ज पर वर्ष 2030 तक सतत् विकास लक्ष्य को प्रा करने के लिये पूरे प्रदेश में जिलेवार रैंकिंग करने की घोषणा की हैं।
⇒ यह रैंकिंग सतत् विकास लक्ष्य के लिये निर्धारित 17 प्रमुख मान के क्रियान्वयन पर राज्य के जिलों की स्थिति का मूल्यांकन का हुए जारी की जाएगी।
⇒ इसमें यह अवलोकन किया जाएगा कि गरीबी उन्मूलन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति, महिला सशक्तीकरण एवं पर्यावरण सुरक्षा जैसे सतत् विकास लक्ष्य के विभिन्न आयामों पर जिले की क्या उपलब्धि रही है।
⇒ जिला स्तर पर सतत् विकास लक्ष्य का मूल्यांकन के लिये जिला योजना पदाधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं इसकी
संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी (मॉनीटरिंग) की जिम्मेदारी जिलाधिकारी को दी गई है।

देश का पहला महिला कमांडो दस्ता

⇒ बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जहाँ पर महिला कमांडो का दस्ता तैयार किया गया है। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में चुनी गई 92 महिला सिपाहियों को महाराष्ट्र के मुतखेड़ स्थित सीआरपीएफ के सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दिलाई गई है।
⇒ तीन महीने के प्रशिक्षण में इन्हें बड़े-से-बड़े हमलों को नाकाम करने के लिये विशेष प्रशिक्षण के साथ छोटे-बड़े अत्याधुनिक हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के अलावा एटीएस व एसटीएफ में इनकी तैनाती होगी ।

जल जीवन हरियाली अभियान

⇒ राज्य सरकार द्वारा ‘जल जीवन हरियाली अभियान’ के तहत अगस्त, 2021 की रैंकिंग जारी की गई है, जिसमें पूरे प्रदेश में बक्सर जिले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
⇒ यह रैंकिंग ग्रामीण विकास विभाग द्वारा दस विभिन्न आयामों के आधार पर प्रत्येक माह जारी की जाती है।
⇒ अगस्त 2021 की रैंकिंग में बक्सर जिला को राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, वहीं गया को द्वितीय एवं जहानाबाद को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है।
⇒ इस रैंकिंग में शिवहर को जहाँ अंतिम स्थान प्राप्त हुआ है, वहीं राजधानी पटना का स्थान 24वाँ है।

शैक्षणिक पर्यटन के लिये बिहार के 5 स्थल

⇒ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा छात्रों के लिये शैक्षणिक पर्यटन के उद्देश्य से देशभर में 100 स्थलों को चिह्नित किया गया है, जिसमें 5 स्थलों का संबंध बिहार से है।
➤ उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के भाव को मजबूत करने के उद्देश्य से गतिविधि शिक्षा के अंतर्गत शैक्षणिक पर्यटन को शामिल किया गया है, जिसके तहत बिहार से 5 स्थलों – सासाराम, राजगीर, बोधगया, नालंदा एवं वैशाली को चिह्नित किया गया है।

पराली प्रबंधन का रोहतास मॉडल

⇒ बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा पराली प्रबंधन के रोहतास मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया गया है।
⇒ रोहतास मॉडल के तहत स्ट्राबेलर नामक मशीन की सहायता से उच्च दबाव पर पराली का कंप्रेस्ड बंडल बनाया जाता है। इस बंडल को डेयरी समितियों को बेचा जाता है, जहाँ इसका प्रयोग चारे के रूप में किया जाता है। इससे न केवल कृषकों को अतिरिक्त आय की प्राप्ति होती है, बल्कि पशुपालकों की चारे संबंधी समस्या का समाधान होने से पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। ⇒ उल्लेखनीय है कि कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास के इस पराली प्रबंधन मॉडल को मई 2021 में इको-एग्रीकल्चर अवॉर्ड, 2021 से सम्मानित किया गया है।

‘ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज’

⇒ बिहार के खाद्य संरक्षा आयुक्त एवं पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से पटना के सभी जेलों एवं अस्पतालों की रसोइयों का हाइजीन ऑडिट शुरू किया गया है। गौरतलब है कि अप्रैल 2021 में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी द्वारा ईट स्मार्ट चैलेंज प्रारंभ किया गया।
⇒ स्मार्ट सिटी मिशन एवं भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप आयोजित किये जा रहे इस चैलेंज में पटना सहित देशभर के 141 शहरों ने भाग लिया।
⇒ चैलेंज के अंतर्गत कम-से-कम चार कैंपस ( शैक्षणिक, कार्यालय, जेल, अस्पताल), जहाँ खाद्य सामग्री बनाने एवं खिलाने की व्यवस्था है, उनकी 115 मापदंडों के आधार पर हाइजीन ऑडिट कराई गई । ऑडिट में 85% अंक अनिवार्य हैं। इन अंकों के आधार पर ही FSSAI द्वारा कैंपस को ‘ईट राइट कैंपस’ घोषित किया जाता है।

मंदार रोपवे एवं बायो डायवर्सिटी पार्क

⇒ 21 सितम्बर, 2021 को पूर्वी बिहार के सबसे बड़े पर्यटन स्थल मंदार में बिहार के दूसरे रोपवे का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया । इसके साथ ही करीब 18 एकड़ में बनने वाले बायो डायवर्सिटी पार्क का भी शिलान्यास किया गया।
⇒ बता दें कि राजगीर के बाद बांका में यह राज्य का दूसरा रोपवे हैं ।

175 टन भार उठाने वाली क्रेन

⇒ बिहार के जमालपुर रेल कारखाना के इंजीनियर एवं तकनीशियन द्वारा 175 टन भार उठाने वाली क्रेन की डिजाइन एवं लागत संबंधी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड एवं रेल मंत्रालय को सौंपी गई है।
⇒ जमालपुर रेल कारखाना, एशिया का पहला रेल कारखाना है। इसके द्वारा 140 टन भार उठाने वाली क्रेन का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी विशेषता यह है कि ये 90° पर काम कर सकती है।
⇒ अभी तक सिर्फ चीन और जर्मनी में ही 175 टन भार उठाने वाली क्रेन का निर्माण किया जा रहा है।

नीति आयोग की रैंकिंग में शेखपुरा के स्वास्थ्य विभाग को देश में सातवाँ स्थान

⇒ नीति आयोग द्वारा मार्च से जून तक जारी रैंकिंग में बिहार के शेखपुरा जिले को गुड रैंकिंग के साथ पूरे देश में सातवाँ स्थान दिया गया है। कोविड के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नीति आयोग द्वारा जिलेवार रैंकिंग जारी की गई है।
⇒ शेखपुरा के स्वास्थ्य विभाग को यह उपलब्धि मातृ स्वास्थ्य, प्रसव सहित स्वास्थ्य सेवा में बेहतरी के लिये दी गई है।
⇒ नीति आयोग द्वारा जारी जिलों की रैंकिंग में पहले स्थान पर मणिपुर का चांडेल, दूसरे स्थान पर झारखंड का साहिबगंज और तीसरे स्थान पर पंजाब का फिरोजपुर है।

रोहतास के पंडुका में सोन नदी पर पुल निर्माण

⇒ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में रोहतास के पंडुका में सोन नदी पर दो किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण को स्वीकृति दी गई।
⇒ झारखंड में गढ़वा जिले के श्रीनगर और बिहार में रोहतास जिले में नौहट्टा के पंडुका के बीच यह पुल बनेगा। पुल के साथ लगभग 68 किमी. नई सड़क भी बनेगी ।
⇒ 210 करोड़ 13 लाख रुपए की लागत से मार्च 2024 तक यह पुल तैयार होगा। इसके बन जाने से रोहतास जिले का पलामू से संपर्कता के साथ ही इससे बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश भी जुड़ जाएंगे ।

चार राज्य उच्च पथ का लोकार्पण

⇒ 25 अगस्त, 2021 को मुख्यंमत्री नीतिश कुमार ने विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से 130 किमी. लम्बी चार राज्य उच्च पथों का लोकार्पण किया। यह उच्च पथ निम्नलिखित हैं-

SH-84, घोघा-पंजवारा पथ ( 41.1 किमी. ) ।
SH-85, अकबरपुर-अमरपुर पथ ( 29.55 किमी.) ।
SH-91, बीरपुर-उदाकिशुनगंज पथ (4.55 किमी. ) ।
SH-102, बिहिया-जगदीशपुर – पीरो – बिहिटा पथ (55 किमी. )।

तरकारी एक्सप्रेस सेवा

⇒ 24 अगस्त, 2021 को उचित मूल्य पर सब्जी उपलब्ध कराने के लिए ई-रिक्शा के माध्यम से शहरभर में सब्जियों का विपणन कराने की सेवा का शुभारंभ करने जा रहे हैं। किसानों से सीधे खेत से खरीदी गयी सब्जी उनके मोहल्ले तक कुछ घंटों के अंतराल में पहुंचेगी। भाव भी बाजार से कम होंगे।
⇒ हरी सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ, पटना की इस विपणन सेवा का नाम तरकारी एक्सप्रेस सेवा रखा गया है। बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण और विपणन सहकारी संघ लिमिटेड (बीईजेडएफईडी) बिहार के लोगों को स्थानीय बाजार से सस्ती सब्जियां उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है।

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को CATS की सूची में 14वां स्थान

⇒ अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (29 जुलाई) के मौके पर राज्य के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को नई सौगात मिली है। अब वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को पूरे देश की CATS की सूची में 14वां स्थान मिला है। 2006 से 2010 के बीच वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या कुल 10 थी। यहां साल 2018 में बाघों की गिनती की गई थी. जिसमें 33 बाघ-बाघिन और 7 शावक मिले थे।

मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग कलस्टर योजना

⇒ 10 अगस्त, 2021 को मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु उद्योग क्लस्टर योजना के तहत पटना जिले में तीन क्लस्टर का चयन किया गया। प्रत्येक क्लस्टर की अनुमानित लागत करीब दस करोड़ रुपए है।
⇒ पटना जिला के अंतर्गत एलईडी बल्ब क्लस्टर पटना सिटी, स्टील फर्नीचर क्लस्टर गुलजारबाग एवं लेदर इंडस्ट्रियल क्लस्टर चयन किया गया है। इन क्लस्टरों से गुणवत्तापूर्ण उत्पाद राज्य के लोगों को मिल सकेगा।

ट्रांसजेंडर के लिए पटना में अल्पावास केंद्र

⇒ राजधानी पटना के नजदीक दानापुर के गोला रोड में ट्रांसजेंडर के लिए अल्पावास केन्द्र खोला गया है। इसमें एक साथ 25 ट्रांसजेंडर्स को रहने की सुविधा मिलेगी। 2011 की जनगणना के अनुसार पटना में जहां 26 सौ ट्रांसजेंडर हैं, तो वहीं बिहार में कुल संख्या 40,987 है।
⇒ प्रायोगिक आधार पर देश में चयनित 13 आश्रय गृह स्थापित करने के लिए 10 शहरों की पहचान की गई है। इसमें पटना, वडोदरा नई दिल्ली, भुवनेश्वर, जयपुर, कोलकाता, मणिपुर, चेन्नई, मुंबई आदि शामिल हैं।

डॉल्फिन रिसर्च सेटर

⇒ 8 जुलाई, 2021 को पटना स्थित साइंस कॉलेज के आर. के. सिन्हा लैब में डॉल्फिन रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया गया। यह देश का पहला डॉल्फिन रिसर्च सेंटर है।
⇒ 2018 में हुये सर्वेक्षण में कुल 1465 डॉल्फिन पाई गई थी, जिसमे बक्सर से मोकामा तक 333 डॉल्फिन पाई गई।
⇒ इस सेटर में डॉल्फिन के अलावा घड़ियाल, कछुआ छल्ला मंगोलिया, पेंटेड स्टोर्क, गरुड एवं मगरमच्छ आदि वन्यजीवों क संरक्षण किया जायेगा ।

रायपुर, राष्ट्रीय उच्चपथ – NH 139 W

⇒ भारत सरकार द्वारा बिहार में राष्ट्रीय उच्चपथ 139 W के निर्माण कं स्वीकृति मिली। इससे राजमार्ग पटना से बेतिया के बीच दूरी 201 किमी. रह जायेगी।
⇒ आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत बिहार के पांच रेलवे स्टेशन
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर के 75 रेलवे स्टेशन पर आत्मनिर्भर भारत के तहत कला की प्रर्दशनी की जा रही हैं।
⇒ इस परियोजना के अंतर्गत बिहार के 5 स्टेशन पटना, दरभंगा भागलपुर, गया एवं मुजफ्फरपुर को शामिल किया गया है। इ स्टेशनों पर बिहार के हस्तशिल्प, खादी एवं पेन्टिंग की प्रर्दशन दिखाई जायेगी।

भारत – नेपाल मैत्री रेल परियोजना

⇒ बिहार के जयनगर से नेपाल के कुर्था के बीच नई रेल लाइ परियोजना का शुभांरभ किया गया है। इस रेल लाइन की कु लम्बाई 34.50 किमी. है।
⇒ भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत 618 करोड़ की अनुमानि लागत से कुल 69.08 किलोमीटर लंबी जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबा रेल परियोजना पर काम हो रहा है। पहले चरण में 34.50 किलोमीट लंबा जयनगर-कुर्था (नेपाल) रेलखंड इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं।

विकेन्द्रीकृत जैव चिकित्सा अपशिष्ट भस्मक

⇒ 12 अगस्त, 2021 को प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के. विजय राघवन ने बिहार के बक्सर में एक विकेन्द्रीकृत बायोमेडिकल अपशिष्ट भस्मक का उद्घाटन किया। विकेन्द्रीकृत बायोमेडिकल वेस्ट इंसीनरेटर एक पोर्टेबल इंसीनरेटर है, जो प्रति घंटे कपास, प्लास्टिक या इसी तरह की सामग्री से बने 50 किलोग्राम बायोमेडिकल कचरे को संभालने की क्षमता रखता है।
⇒ यह तकनीक गणेश इंजीनियरिंग वर्क्स द्वारा विकसित की गई थी। इसे बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट इनोवेशन चैलेंज के माध्यम से चुना गया था जिसे जून 2020 में लॉन्च किया गया था। इसे वेस्ट टू वेल्थ मिशन के तहत आयोजित इनोवेशन चैलेंज के तहत विकसित किया गया था।

बांका में मिले बौद्धकालीन भवन के अवशेष

⇒ बांका जिले के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत भदरिया गांव के पास चंदन नदी में करीब पचास फीट की दूरी तक ईंटों से बनी यह पुरानी इमारतें मिली हैं।

रामसर सूची में शामिल बिहार का पहला वेटलैंड

⇒बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित कावरताल पक्षी विहार को रामसर सूची में शामिल किया गया है।
⇒ कावरताल बिहार में पहला और भारत में 39वां रामसर स्थल बन गया है । इस झील को 1987 में बिहार सरकार द्वारा पक्षी अभयारण्य का दर्जा दिया गया था।

बिहार में देश का पहला पोषाहार गांव

⇒ कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कुरकरी बीघा में परियोजना का शुभारंभ किया,
जिसे ग्रामीण विकास परिषद द्वारा बायोफोर्टिफाइड गेहूं उगाने के लिए देश के पहले मॉडल गांव के रूप में चुना गया है, जिसमें जस्ता और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों का उच्च अनुपात होता है। यह गांव पटना जिले के दुल्हिन बाजार प्रखंड के अंतर्गत उल्लारसोरंगपुर पंचायत में है ।
⇒ बिहार कृषि प्रबंधन विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती), एक राज्य सरकार का संस्थान, महिंद्रा एंड महिंद्रा और स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में लगे अन्य बहुराष्ट्रीय संगठनों के तकनीकी सहयोग से किसानों को बायोफोर्टिफाइड गेहूं की खेती के लिए आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

सोन नदी पर बने कोइलवार पुल का उद्घाटन

⇒ नया कोइलवार पुल, जो 1.52 किमी लंबा, छह लेन का सड़क पुल, जो पुराने पुल के समानांतर है। मौजूदा कोइलवार पुल का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 10 दिसंबर 2020 किया।
⇒ न्यू कोइलवर ब्रिज का नाम भारतीय गणितज्ञ और पद्म श्री पुरस्कार विजेता वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर रखा गया है।
⇒ यह स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों से सीधे जुड़ेगा ।

भारत न्याय रिपोर्ट 2020 में बिहार 13वें स्थान पर

⇒ टाटा ट्रस्ट द्वारा सेंटर फॉर सोशल जस्टिस, कॉमन कॉज, दक्ष, विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी और कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव के सहयोग से तैयार की गई इंडिया जस्टिस रिपोर्ट (2020 ) हाल ही में जारी की गई है।
⇒ इसमें हर राज्य को पुलिसिंग, जेल, न्यायिक, बुनियादी ढांचे का आकलन, कानूनी सहायता, मानव संसाधन समेत कई मानकों पर रैंकिंग दी जाती है।
⇒ रिपोर्ट के अनुसार लोगों को न्याय दिलाने में महाराष्ट्र राज्यों में अव्वल है। इसके बाद तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब और केरल का नंबर आता है।
⇒ छोटे राज्यों में गोवा ने शीर्ष स्थान बरकरार रखा और अरुणाचल प्रदेश सबसे नीचे | बिहार इस रिपोर्ट में 13वें स्थान पर रहा।

जलवायु परिवर्तन के लिए अत्यधिक संवेदनशील राज्य

⇒ एक रिपोर्ट के अनुसार ‘अनुकूलन के लिए जलवायु भेद्यता आकलन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार और भारत के अन्य पूर्वी राज्यों द्वारा जारी एक सामान्य ढांचे का उपयोग करके भारत में योजना ‘जलवायु परिवर्तन के लिए अत्यधिक संवेदनशील’ की श्रेणी में आ गई है।
⇒ बिहार के अलावा अन्य 7 राज्य हैं: मिजोरम, ओडिशा, असम, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और अरुणाचल प्रदेश। बिहार, झारखंड और असम में उनके जिले का 60% अति संवेदनशील जिलों की श्रेणी में है।

बिहार में दो हरित ऊर्जा शहर

⇒ बिहार राज्य के दो शहरों, राजगीर और बोधगया को 2023 से अपनी तरह की पहली अक्षय ऊर्जा परियोजना के माध्यम से सौर ऊर्जा प्राप्त होगी। इससे बिहार देश का पहला राज्य बन जाएगा, जिसके पास 2 शहर होंगे, जो हरित ऊर्जा कुशल हैं।
⇒ राज्य सरकार परियोजना को लागू करने के लिए लखीसराय और भागलपुर में 500 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण करेगी।
100वां इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव

⇒ एक फ्रांसीसी रोलिंग स्टॉक निर्माता, एल्सटॉम ने भारतीय रेलवे को अपना 100वां इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव निर्मित और वितरित किया है। ⇒ यह डिलीवरी भारतीय रेलवे और एल्स्टॉम के बीच 2015 में हुए 3.5 बिलियन यूरो के सौदे का हिस्सा है, जिसमें 12000 एचपी के 800 पूरी तरह से बिजली के उच्च शक्ति वाले डबल सेक्शन इंजनों का निर्माण और वितरण 11 वर्षों की अवधि में भारतीय पटरियों पर 120 किमी पर चलाने के लिए डिजाइन किया गया है।
⇒ यह सौदा रेलवे क्षेत्र में सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है।

टीकाकरण अभियान में पटना 8वें स्थान पर

⇒ जुलाई 2021 के अनुसार टीकाकरण अभियान में पटना 8वें स्थान पर है, इससे पहले 21 जून को जारी सूची में पटना 10वें स्थान पर था। राष्ट्रीय स्तर पर जारी सूची में मुंबई पहले स्थान पर है।
⇒ नागपुर और जयपुर को पीछे छोड़कर पटना 8वें स्थान पर आ गया है । राष्ट्रीय स्तर पर इस उपलब्धि से टीकाकरण कार्य में लगे अधिकारियों व कर्मियों का उत्साह दुगना हो गया है।

इंडिया टुडे ग्रुप – एमडीआर बेस्ट कॉलेज सर्वे 2021

⇒ इंडिया टुडे ग्रुप – एमडीआर बेस्ट कॉलेज सर्वे 2021 में बिहार के प्रतिष्ठित ए. एन. कॉलेज, पटना ने विज्ञान संकाय की समग्र रैंकिंग में देश में 37वां और बिहार में पहला स्थान हासिल किया है।
⇒ इस श्रेणी में ए.एन. कॉलेज, बिहार के अलावा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि के कॉलेजों में भी पहले स्थान पर है।

बिहार के छह जिले नक्सलमुक्त

⇒ नई रिपोर्ट के अनुसार, मुजफ्फरपुर नालंदा, जहानाबाद, अरवल, पूर्वी चंपारण और वैशाली सहित बिहार के छह जिलों को नक्सलवाद से मुक्त घोषित किया गया है। बिहार के अब तक 16 जिले नक्सल प्रभावित थे, जो अब घटकर 10 हो गए हैं।
⇒ केंद्रीय गृह मंत्रालय के वामपंथी उग्रवाद विभाग ने देश के 11 राज्यों के 23 जिलों को नक्सल प्रभाव से मुक्त घोषित किया है।
⇒ गृह मंत्रालय की नई रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नवादा, रोहतास और पश्चिमी चंपारण अब नक्सलवाद से प्रभावित जिले हैं।

‘ब्लैक अमरूद’

⇒ बिहार कृषि विश्वविद्यालय, भागलपुर के वैज्ञानिकों ने ‘ब्लैक अमरूद’ नामक अमरूद की एक अनूठी किस्म विकसित की है।
⇒ यह एंटीऑक्सीडेंट, खनिज और विटामिन में समृद्ध है। वैज्ञानिक इस अमरूद की गुणवत्ता में और सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इसमें कई गुना पोषण क्षमता और वाणिज्यिक उत्पादन और निर्यात की कई संभावनाएं हों ।

असरगंज में गारमेंट्स निर्माण इकाई

⇒ बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने सुल्तानगंज के असरगंज में गारमेंट्स निर्माण इकाई का उद्घाटन किया।
⇒ बिहार के भागलपुर के तिलकामांझी इलाके में खादी मॉल भी प्रस्तावित है।

100% डिजिटल बैंकिंग वाला बिहार का पहला जिला

⇒ जहानाबाद 100% डिजिटल बैंकिंग वाला बिहार का पहला जिला बन गया है।
⇒ जिले के 1013438 सक्रिय खाताधारकों में से 1009895 के पास कम से कम एक डिजिटल बैंकिंग उत्पाद यानी इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, यूपीआई और अन्य समान सुविधाएं हैं।

100% टीकाकरण करने वाला पहला प्रखण्ड

⇒ पूर्वी चंपारण का बनकटवा प्रखंड बिहार का पहला ऐसा प्रखंड बन गया है, जहां 18 साल तक के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
⇒ यह पहला ब्लॉक है, जहां शत-प्रतिशत टीकाकरण किया गया है। बिहार संक्रमण को नियंत्रित करने में अग्रणी राज्यों में से एक रहा है।

बिहार में पहली बार टेस्ट ट्यूब बछड़े का जन्म

⇒ बिहार के बेगूसराय में पहली बार टेस्ट ट्यूब बछड़ों के माध्यम से गाय के जन्म के बाद एक बछड़े का जन्म हुआ है। यह नस्ल संवर्धन और संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
⇒ राज्य में इसकी शुरुआत 27 सितंबर, 2020 को हुई थी। 10 जुलाई, 2021 को गाय ने आईवीएफ तकनीक से एक स्वस्थ बछड़े को जन्म दिया।

बर्ड रिंगिंग सेंटर, भागलपुर

⇒ देश का चौथा व बिहार का पहला बर्ड रिंगिंग सेंटर भागलपुर के सुंदरवन में 6 नवम्बर, 2020 से शुरू हुआ। इसके अतिरिक्त तमिलनाडु के प्वाइंट कालिमेयर, राजस्थान के भरतपुर व ओडिशा के चिलका में रिंगिंग सेंटर हैं।
⇒ इसके खुल जाने से बिहार आने वाले प्रवासी पक्षियों व गरूड़ों को रिंग पहनाकर उनके प्रवास, विकास, संख्या, उड़ान मार्ग व प्रजनन आदि का अध्ययन किया जा सकेगा।
⇒ प्रवासी व लुप्त होने के कगार पर खड़े प्रवासी व स्थानीय पक्षियों को अल्युमिनियम और प्लास्टिक के छल्ले पहनाने का काम शुरू किया जायगा। इन छल्लों में नंबर वाले कोड अंकित होते हैं। इसके जरिये संबंधित पक्षी या गरूड़ ने कहां से कहां तक का भ्रमण किया. इसकी जानकारी हासिल किया जा सकेगा।

भारत का सबसे शक्तिशाली डीजल इंजन: गजराज

⇒ सारण के मढ़ौरा स्थित डीजल रेल इंजन कारखाना में भारत का सबसे शक्तिशाली डीजल इंजन गजराज का निर्माण किया गया है। यह 6,000 हॉर्सपावर का है। इससे पहले सर्वाधिक शक्तिशाली इंजन 45,00 हॉर्सपावर का है।
⇒ इससे पहले बिहार की मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको फैक्टरी ने देश का पहला स्वदेशी 12000 हॉर्सपावर का रेल इंजन तैयार किया था। इसे WAG 12 नाम दिया गया है।
⇒ भारतीय रेलवे द्वारा WAG 12 को 19 मई, 2020 से सर्विस में उतार, दिया गया है, जो 120 किमी / घंटा की अधिकतम गति पर 6000 टन का भार खींचने में सक्षम है।

गोगाबील: बिहार का पहला सामुदायिक रिजर्व

⇒ गोगाबील झील को बिहार का पहला सामुदायिक रिजर्व घोषित किया गया है, जो बिहार का 15वाँ संरक्षित क्षेत्र भी है। करीब 215 एकड़ में फैली यह गोगाबील झील बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी प्रखण्ड में स्थित है। जिसके उत्तर में महानंदा और कनखर तथा दक्षिण एवं पूर्व में गंगा नदी है ।
⇒ 2 अगस्त, 2019 को बिहार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा जल निकाय को 140.85 एकड़ सामुदायिक रिजर्व और 74.13 एकड़ ‘संरक्षण रिजर्व’ के रूप में अधिसूचित किया गया।

विद्युत आपूर्ति के लिए बिहार व छत्तीसगढ़ में समझौता

⇒ बिहार सरकार ने राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से बिजली खरीद के लिये छत्तीसगढ़ सरकार से एक समझौता किया।
⇒ इस समझौते के तहत बिहार सरकार अगले तीन वर्षो तक 4.24 प्रति यूनिट की दर से लगभग 2500 मेगावाट बिजली छत्तीसगढ़ की कंपनी एसकेएस पॉवर जेनरेशन लिमिटेड से खरीदेगी।

आईकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होगा बोधगया

⇒ केंद्र सरकार ने बिहार के बोधगया सहित देश के कुल 16 शहरों को आईकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
⇒ इसके अंतर्गत बोधगया में पर्यटकों से संबंधित सुविधाओं, जैसे- होटल, नगरीय परिवहन इत्यादि को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा।
⇒ उल्लेखनीय है कि बिहार के गया जिले में स्थित बोधगया बौद्ध मतावलंबियों के लिये एक प्रसिद्ध तीर्थस्थान है।

बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 विधानमंडल में पारित

विधानमंडल में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 पारित किया गया है। इस विधेयक के प्रमुख प्रावधान निम्नलिखित हैं-
⇒ यह बिहार सैन्य पुलिस को अधिक अधिकारों से लैस करेगा।
⇒ विधेयक में बिना वारंट तलाशी लेने की शक्ति प्रदान की गई है।
⇒ इसमें विशेष सशस्त्र पुलिस बल के सक्षम अधिकारी किसी घटना के उपरांत आशंका के आधार पर व्यक्ति की तलाशी और गिरफ्तारी कर सकता है।
⇒ गिरफ्तार व्यक्ति को अगली कानूनी कार्रवाई के लिये वह निकटवर्ती थाने को सौंप देगा तथा तैनातं अधिकारी को बिना वारंट, बिना मजिस्ट्रेट की अनुमति के किसी संदिग्ध को गिरफ्तार करने का अधिकार प्राप्त हो जाएगा।

बोधगया में स्थापित होगी विश्व की सबसे बड़ी गौतम बुद्ध की मूर्ति

⇒ गौतम बुद्ध की विश्व में सबसे बड़ी मूर्ति बोधगया (गया) में स्थापित करने की घोषणा की गई है।
⇒ शयन मुद्रा अर्थात् महापरिनिर्वाण मुद्रा में 100 फीट लंबाई की फाइबर से निर्मित यह मूर्ति अपनी तरह की प्रथम मूर्ति होगी ।
⇒ इस मूर्ति का औपचारिक उद्घाटन 26 मई, 2021 को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर किया गया।

फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ जन्मशती समारोह

⇒ 4 मार्च, 2021 को हिन्दी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का जन्मशती समारोह आयोजित किया गया।
⇒ उल्लेखनीय है कि 4 मार्च, 1921 को फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का जन्म तत्कालीन पूर्णिया जिले के औराही हिंगना (वर्तमान में अररिया
जिले स्थित) गांव में हुआ था ।
⇒ ‘मैला आंचल’ इनका प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यास है। वहीं ‘तीसरी कसम’ इनकी प्रमुख कहानी है, जिस पर इसी नाम से राज कपूर अभिनीत फिल्म भी बनी है।

आरा से ग्राम उजाला योजना की शुरूआत

⇒ 19 मार्च, 2021 को केंद्र सरकार के महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘ग्राम उजाला योजना’ की शुरूआत बिहार के भोजपुर जिले में की गई।
⇒ इस योजना के तहत 10 रु. प्रति बल्ब की दर से प्रत्येक परिवार को 9 वाट व 12 वाट के पांच-पांच बल्ब दिये जाएंगे।
⇒ इस कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाली लागत की भरपाई केंद्र सरकार संयुक्त राष्ट्र के कार्बन क्रेडिट फंड की सहायता से करेगी ।

बिहार उद्योग विभाग द्वारा इथेनॉल संवर्द्धन नीति को मंजूरी

⇒ बिहार राज्य के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने 19 मार्च, 2021 को उत्पादन संवर्धन नीति 2021 का शुभारंभ किया। इसी के साथ इथेनॉल संवर्धन नीति लागू करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बन गया है।
⇒ इस नीति के द्वारा रोजगार निर्मित करने के साथ-साथ प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी।
⇒ अब राज्य में गन्ना के अलावा मक्का, चावल और सड़े हुए अनाजों से भी इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा।

‘स्टेपअप टैब’ अभियान

⇒ जनवरी, 2021 में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन शिक्षा व इंटरनेट के महत्व को देखते हुए पायलट प्रोजेक्ट के तर्ज पर इस अभियान की शुरूआत की गई।

⇒ इसके पहले चरण में पटना के दो स्कूलों का चयन किया गया है। इन दोनों स्कूल के 50-50 छात्रों को इसके तहत टैब उपलब्ध कराया गया है।
⇒ अगले चरण में इस योजना का विस्तार पूरे राज्य में किया जाएगा।

‘गुड्स टर्मिनल’: सहरसा

⇒ जनवरी 2021 में भारतीय रेलवे ने बिहार के सहरसा जिले में वैजनाथपुर में गुड्स टर्मिनल बनाने का निर्णय लिया।
⇒ यह स्थान भारतीय रेलवे के समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत आता है। इस गुड्स टर्मिनल का निर्माण पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा।

मंदार महोत्सव

⇒ जनवरी 2021 में मंदार महोत्सव का आयोजन बांका जिला में किया गया। इसे बौसी मेला भी कहा जाता है।
⇒ यह अंग प्रदेश (भागलपुर, बांका, मुंगेर) का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन है।
⇒ इसमें बिहार के साथ – साथ पश्चिम बंगाल, झारखण्ड व ओडिशा के आदिवासी लोग भी भाग लेते हैं।

दीदी की रसोई

⇒ जनवरी, 2021 में बिहार सरकार के एक अनुमोदन के पश्चात् बिहार के सभी जिलों एवं अनुमंडल अस्पतालों की कैंटीन को दीदी की रसोई के नाम से जाना जाएगा।
⇒ ये दीदी की रसोई राज्य के सभी 38 जिलों एवं 56 अनुमंडल के अस्पतालों में संचालित हो रहा है।
⇒ इस सभी कैंटिनों का संचालन जीविका दीदी द्वारा किया जाता है।

4.0 मिशन

⇒ जनवरी 2021 में कृषि विभाग (बिहार सरकार) ने बीज के मामले में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिये 4.0 मिशन की शुरूआत की।
⇒ इस मिशन के तहत लगभग 5 लाख किसानों को बीज निगम के द्वारा बीज उपलब्ध कराया जाएगा।
⇒ उल्लेखनीय है कि मिशन के तहत राज्य बीज निगम ने राज्य में पहली बार शंकर (हाइब्रीड ) प्रजाति के धान व मक्के के बीज का उत्पादन शुरू किया है।

भारत-नेपाल पेट्रोलियम पाइपलाइन

⇒ प्रधानमंत्री ने 10 सितम्बर, 2019 को भारत – नेपाल पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह पाइपलाइन नेपाल के अमलेखगंज से बिहार के मोतिहारी के बीच बिछाई गई है।
⇒ पाइपलाइन की कुल लंबाई 69 किमी है जो भारत-नेपाल ईंधन के ट्रांसपोर्ट पर खर्च में कमी लायेगी ।

भागलपुर – दिल्ली विक्रमशिला एक्सप्रेस में मंजूषा पेंटिंग

⇒ भागलपुर से आनंद विहार (दिल्ली) जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस अब अंग की लोक कला मंजूषा की वाहक बन गई है। इस ट्रेन की सभी बोगियों में मंजूषा पेंटिंग कराई गई हैं। मंजूषा कला बिहार के अंग प्रदेश (भागलपुर) की एक प्रसिद्ध लोककला है।

बिहार : 17वीं लोक सभा चुनाव 2019

बिहार में 40 लोकसभा क्षेत्र हैं। बिहार लोकसभा चुनाव के परिणाम को घोषित किए गए थे। बिहार में, जहां भाजपा ने इस बार जद (यू) के साथ हाथ मिलाया और अपनी विजयी 5 सीटों का त्याग कर 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी 17 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि जद (यू) ने 17 में से 16 सीटों पर जीत हासिल की। इनके सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी को 6 सीटें मिलीं। जबकि विपक्षी महागठबंधन में सिर्फ कांग्रेस को ही एक सीट पर जीत हासिल हुई।

⇒ 17वीं लोक सभा चुनाव में इस बार बिहार में 7.06 करोड़ कुल मतदाता थे, जिनमें में 3.32 करोड़ महिला मतदाता और 3.73 करोड़ पुरूष मतदाता थे जबकि इनमें 15.50 लाख पहली बार मतदाता थे।
⇒ 17वीं लोकसभा निर्वाचन में NOTA ( इनमें से कोई नहीं) को पसंद करने वालों में बिहार में कुल मिलाकर 2% से अधिक के साथ, 8 लाख से अधिक वोटरों ने मत दर्ज किया। इस बार गोपालगंज निर्वाचन क्षेत्र से 5.04% की सर्वाधिक हिस्सेदारी थी। जबकि नवादा में यह आंकड़ा 4.73%, पश्चिम चंपारण 4.51% और जमुई में 4. 16% था। इस बार महिला मतदाताओं की संख्या 59.92% के साथ पुरुषों की 55.26% के मुकाबले अधिक थी ।

17वीं लोकसभा चुनाव में बिहार में चुनाव के 7 चरण –

चरण –
चरण 1
चरण 2
चरण 3
चरण 4
चरण 5
चरण 6
चरण 7

चुनाव तिथि –

11 अप्रैल, 2019
18 अप्रैल, 2019
23 अप्रैल, 2019
29 अप्रैल, 2019
6 मई, 2019
12 मई, 2019
19 मई, 2019

सीटों की संख्या-

4
5
5
5
5
8
8

वोट % –

53.44
62.92
61.20
59.27
57.08
59.38
53.36

विभिन्न पार्टियों का प्रदर्शन –

पार्टी का नाम –

भारतीय जनता पार्टी (BJP)
लोक जनशक्ति पाटी ( LJP)
जनता दल यूनाइटेड (JDU)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
राष्ट्रीय जनता दल (RJD)

वोट शेयर –

23.58%
7.86%
21.81%
7.70%
15.36%

बदलाव –

-5.82
+1.46
+6.01
-0.7
-4.74

जीती गई सीटें –

17
6
16
1
0

नोट: बिहार में सातों चरणों को मिला कर कुल औसत मतदान 57.33 प्रतिशत रहा था। जम्मू कश्मीर के बाद भारत का सबसे कम मतदान प्रतिशत वाला दूसरा राज्य बिहार था ।

कोसी रेल महासेतु परियोजना

⇒ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 सितम्बर, 2020 को बिहार में कोसी रेल महासेतु के साथ यात्री सुविधाओं से संबंधित रेल की 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन 12 रेल परियोजनाओं में किउल नदी एक रेल सेतु, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित, इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ और बख्तियारपुर में तीसरी लाइन परियोजना भी शामिल है।
⇒ सुपौल जिले के सरायगढ़ – निर्मली के बीच कोसी रेल महासेतु 1.9 किलोमीटर लंबा है। इस रेल महासेतु का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।
⇒ यह पुल भारत-नेपाल बॉर्डर एरिया के लिए भी बेहद अहम है। इस रेल मार्ग के जरिए मिथिला क्षेत्र का सीधा संपर्क उत्तर-पूर्व के राज्यों से हो जाएगा।
⇒ सरायगढ़ – निर्मली के बीच पहले जाने के लिए सहरसा – मानसी-
खगड़िया- समस्तीपुर-दरभंगा होते हुए निर्मली जाना पड़ता था, जिसकी दूरी 298 किमी. होती थी। अब इसकी दूरी मात्र 22 किमी. में सिमट गई है।
⇒ 1887 में निर्मली और भापतियही ( सरायगढ़) के बीच मीटर गेज का निर्माण किया गया था । भारी बाढ़ और 1934 में आए विनाशकारी भूंकप से यह रेल लिंक बह गया था ।

कैमूर के पहाड़ियों पर महापाषाण स्थल

⇒ सोन घाटी सभ्यता के शोधकर्ता डॉ श्याम सुंदर तिवारी ने 25 नवंबर, 2018 को रोहतास जिले के नौहट्टा ब्लॉक के अंतर्गत ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किले और हुरमेता गांव के पास कैमूर पहाड़ियों पर छह महापाषाण दफन स्थलों की खोज की थी।
⇒ इस संस्कृति में आंशिक शवाधान के साथ अंत्येष्टि सामग्री के रूप में कृष्ण – लोहित मृद्भांड, लघु पाषाण उपकरण, मवेशियों की हड्डियां रखी जाती थी। इसके पश्चात् कब्र को गड्ढा खोदते समय निकली मिट्टी से भर दिया जाता था । समाधि को भर देने के बाद उसके ऊपर और अगल-बगल पत्थर के टुकड़ों का ढेर लगा दिया के रूप जाता था या पाषाण स्तंभों को कब्र के संकेत सूचक स्थापित किया जाता था। इन्हें हड़गड़ी भी कहा जाता था। उत्तर भारत में इन समाधियों का काल 1500 से 600 ई.पू. माना गया है।

‘घर तक फाइबर’ योजना

⇒ प्रधानमंत्री ने 21 सितंबर, 2020 को बिहार में नौ राजमार्ग परियोजनाओं और ‘घर तक फाइबर’ योजना की शुरुआत की है। ‘घर तक फाइबर’ योजना के तहत, घरों में ऑप्टिकल फाइबर सेवाएं प्रदान की जाएगी।
⇒ ऑप्टिकल फाइबर सेवा ‘घर तक फाइबर’ योजना के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा लागू किया जाना है। यह राज्य में 45,945 गांवों को जोड़ेगा। इस प्रकार यह परियोजना डिजिटल क्रांति को बिहार के सुदूर इलाकों तक भी पहुंचा सकती है।
‘हाइड्रोजेल’ तकनीक: कम पानी में अधिक पैदावार

⇒ 2 अक्टूबर, 2020 को बिहार कृषि विश्वविद्यालय की खोज को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की मंजूरी के बाद हाइड्रोजेल के इस्तेमाल से बिहार में अब कम पानी में भी अधिक पैदावार होगा।
⇒ बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर की इस खोज को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने मंजूरी दे दी है। अब इसे पेटेंट कराने के लिए वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय को भेजा गया है।
⇒ वैज्ञानिकों के अनुसार, हर साल पानी के अभाव में 30-35 फीसदी उत्पादन प्रभावित हो जाता है। ऐसे में हाइड्रोजेल के प्रयोग से खेती की तस्वीर बदलने की उम्मीद की जा रही है।

रोजगार की तलाश में भारत के विभिन्न राज्यों में बिहार वासियों का पलायन दर

1. दिल्ली – 19.34%
2 झारखण्ड – 14.12
3. पश्चिम बंगाल – 13.65
4. महाराष्ट्र – 10.55
5. उत्तर प्रदेश – 10.24
6. हरियाणा – 7.06
7. पंजाब – 6.89
8. गुजरात – 4.79
अन्य राज्यों में -13.36
कुल औसत पलायन दर – 13% (उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा )
स्रोतः एसोचैम 2011 एवं जर्नल ऑफ माइग्रेशन अफेयर्स 2019

बिहार विधानसभा चुनाव 2020

⇒ 25 सितम्बर, 2020 को भारतीय चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा की गई। यह चुनाव तीन चरणों में सम्पन्न हुआ।

• पहले चरण (28 अक्टूबर) में 16 जिलों के 71 सीटों पर ।
• दूसरे चरण (3 नवंबर) में 17 जिलों के 94 सीटों पर ।
• तीसरे चरण (7 नवंबर) में 15 जिलों के 78 सीटों पर ।
⇒ इस बार एक बूथ पर 1500 की बजाय 1000 वोटरों को ही बुलाया गया। हर पोलिंग स्टेशन पर अंदर आने और बाहर जाने के दरवाजों पर साबुन, पानी, सैनिटाइजर मुहैया कराया गया।
⇒ 10 नवम्बर को चुनाव परिणाम घोषित हुएः मुख्य बिन्दु इस प्रकार हैं-
• विधानसभा चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 57.5% रहा, जिसमें महिला मतदान प्रतिशत 59.7% तथा पुरुष मतदान प्रतिशत 54.7% रहा ।
• विधानसभा चुनाव में कुल 26 महिलाएँ निर्वाचित हुईं जिनमें भाजपा के 9, राजद के 7, जेडीयू के 6, कांग्रेस के 2 तथा हम एवं वीआईपी की एक-एक प्रत्याशी निर्वाचित हुई। विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक वोटों के अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी सीपीआई के महबूब आलम थे, जिन्होंने बलरामपुर विधानसभा सीट से वीआईपी के प्रत्याशी वरूण कुमार झा को 53,597 मतों से हराया।
• विधानसभा चुनाव में सबसे कम वोटों के अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी जेडीयू के कृष्ण मुरारी शरण थे, जिन्होंने हिलसा विधानसभा सीट से राजद के प्रत्याशी शक्ति सिंह यादव को 12 मतो से हराया।

बिहार वि. सा. चुनाव (2010- 2020 )

चुनाव वर्ष – 2020 , 2015 , 2010

महिला (%) – 59.7 , 60.5 , 54.5

पुरुष (%) – 54.7 , 54.9 , 51.1

कुल (%) – 57.05 , 57.3 , 52.8

16वीं एवं 17वीं विधानसभा चुनाव

राजनीतिक दल –

• कांग्रेस
• भाजपा
• राजद
• जेडीयू
• वीआईपी
• लोजपा
• रालोसपा
• हम
• सीपीआई ( एम. एल. )
• सीपीआइ (एम)
• सीपीआई अन्य

16वीं विधानसभा 2015 / सीटें वोट % –

27, 6.7
53, 24.4
80, 18.4
71, 16.8
_, _
2, 4.8
2, 2.6
1, 2.3
3, 1.23
_, _
_, _
4, _

17वीं विधानसभा 2020 / सीटें वोट % –

19, 9.48
74, 19.46
75, 23.11
43, 15.39
4, _
1, 5.66
0, 1.77
4, _
12, _
2, 0.65
2, 0.83
7*, 18.85

* अन्य में एआईएमआईएम 5 सीटें, बसपा की 1 सीट एवं निर्दलीय की 1 सीट शामिल हैं।

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